जिले के 813 केन्द्रों में 19 हजार 439 नवसाक्षरों ने दी परीक्षा : बुनियादी शिक्षा का ज्ञान कराने कराया जा रहा अध्यापन, नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित हुई साक्षरता मूल्यांकन परीक्षा

मंडला lनवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत वर्ष में दो बार साक्षरता मूल्यांकन परीक्षा आयोजित की जाती है। इस मूल्यांकन का उद्देश्य स्कूल छोड़ चुके बच्चों से लेकर बुजूर्गो को प्रारंभिक रूप से शिक्षित करना है। इस मूल्यांकन में 15 से 60 वर्ष के नवसाक्षरों ने परीक्षा दी है। जिले के सभी नौ विकासखंडों से 23 हजार से अधिक नवसाक्षरों को परीक्षा में शामिल करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन इस परीक्षा में पांच हजार कम नवसाक्षर अनुपस्थित रहे। बताया गया कि वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर जिले में करीब 72 हजार से अधिक असाक्षरों को साक्षर करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जानकारी अनुसार निरक्षरता से आजादी अभियान के अंतर्गत जिले में निरक्षर व्यक्तियों को साक्षर बनाने का कार्य किया जा रहा है।
इस अभियान के तहत सामाजिक चेतना केंद्रों में अक्षर साथियों द्वारा निरीक्षर व्यक्तियों को अक्षर ज्ञान एवं सामान्य वित्तीय साक्षरता का परिचय भी कराया जा रहा है। जिले के सभी नौ विकासखंडों में नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत नवसाक्षरों की परीक्षा का आयोजन 813 सामाजिक चेतना केंद्र में किया गया। इस परीक्षा में 23 हजार नवसाक्षर शामिल करने का लक्ष्य रखा गया, लेकिन परीक्षा में 19 हजार 439 नवसाक्षर शामिल होकर साक्षरता मूल्यांकन परीक्षा दी। बताया गया कि जिले के सभी विकासखंडों में बुनियादी साक्षरता को बढ़ाने के लिए नवभारत साक्षरता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। नौ विकासखंडों में 813 सामाजिक चेतना केंद्र चल रहे है। जिसमें सामाजिक चेतना केंद्रों में अक्षर साथियों के द्वारा 15 साल से अधिक आयु को बुनियादी शिक्षा का ज्ञान कराने के लिए अध्यापन कराया जा रहा है। इसी के अंतर्गत नवसाक्षरों की परीक्षा का आयोजन सभी सामाजिक चेतना केंद्र में किया गया।
बताया गया कि जिले के नौ विकासखंडों में नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत साक्षरता मूल्यांकन परीक्षा आयोजित की गई। जिले के सभी विकासखंड के अंतर्गत प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं के सामाजिक चेतना केन्द्रों में नवसाक्षरों की परीक्षा सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक आयोजित की गई। परीक्षा में शामिल हुए नवसाक्षरों को तीन घंटे का समय मिला। मूल्यांकन परीक्षा की मॉनीटरिंग के लिए अधिकारियों को नियुक्त किया गया था। नियुक्त किये गए अधिकारियों को कम से कम पांच सामाजिक चेतना केन्द्रों की मॉनीटरिंग करने के निर्देश मिले थे। नियुक्त किये गए सभी अधिकारियों ने सामाजिक चेतना केन्द्र पहुंचकर चल रही नवसाक्षरों की परीक्षा पर नजर रखी।
निरीक्षण के लिए इनको किया गया नियुक्त
साक्षरता मूल्यांकन परीक्षा की मॉनीटरिंग के लिए जिले के अधिकारियों को नियुक्त किया गया था। जिसमें जिला मुख्यालय के चार एपीसी डॉ. शेषमणी गौतम बिछिया, अवधेश नारायण पांडे नैनपुर, केके उपाध्याय निवास, संतोष साहू को नारायणगंज सामाजिक चेतना केन्द्रों में परीक्षा की मॉनीटरिंग के लिए नियुक्त किया गया था। इसके साथ ही सहासंचालक जिला शिक्षा अधिकारी माखन लाल सिंद्राम मंडला केन्द्र, डाइट प्राचार्य डीसी उइके मोहगांव केन्द्र, जिला परियोजना समन्वयक मंडला अरविंद विश्वकर्मा नैनपुर केन्द्र, बीईओ एलएस उइके घुघरी केन्द्र, बीईओ अवधेश दुबे बीजाडांडी केन्द्र, बीईओ हरेसिंह परते मवई केन्द्र, बीईओ अवधेश कुमार दुबे बीजाडांडीइ केन्द्र, बीईओ आरके विश्वकर्मा नारायणगंज केन्द्र, बीईओ सुनील दुबे द्वारा निवास के सामाजिक चेतना केन्द्र में चल रही परीक्षा की मॉनीटरिंग के लिए पहुंचे। नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित होने वाली परीक्षा में प्रश्न पत्र 150 अंक का रहा।
जिसमें 50 अंक पढऩा 50 अंक लिखना और 50 अंक जोडऩा घटाना के रहे। परीक्षा में शामिल सभी नवसाक्षरों को प्रत्येक विषय में कम से कम 33 प्रतिशत या उससे अधिक अंक प्र्राप्त करना होगा। जिसके बाद ही परीक्षार्थी इस परीक्षा में उत्र्तीण हो सकेगे। घुघरी में नवभारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता मूल्यांकन परीक्षा का आयोजन किया गया। विकासखण्ड अंतर्गत चयनित सामाजिक चेतना केंद्र में निराक्षरों को साक्षर करने साक्षरता मूल्यांकन परीक्षा ली गई। घुघरी ब्लाक में आयोजित हुई मूल्यांकन परीक्षा में विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी लालजु उइके, बीआरसी हर्ष ज्योतिषी, जनशिक्षक पुष्पेन्द्र तिवारी, दिनेश सिंगरहा द्वारा परीक्षा आयोजित कराई गई। नवभारत साक्षरता परीक्षा का आयोजन विकासखंड निवास के सभी सामाजिक चेतना केंद्रों एवं अक्षर कोना में प्रेरक साथियों के सहयोग से साक्षरता मूल्यांकन परीक्षा का आयोजन किया गया।
निवास के पांच संकुल केंद्रों में बनाए गए परीक्षा केंद्रों में करीब 1225 नवसाक्षरों ने परीक्षा दी। परीक्षा का आयोजन सुबह 10 से शाम 5 बजे तक किया। परीक्षा के लिए निरक्षर साथियों में मूल्यांकन परीक्षा के प्रति काफी उत्साह देखा गया। सहायक परियोजना समन्वयक केके उपाध्याय, अमित मिश्रा, विकासखंड शिक्षा अधिकारी सुनील कुमार दुबे, सभी जन शिक्षक और विकासखंड से साक्षरता सह समन्वय सुधा भारती, अनुरागी द्वारा सामाजिक चेतना केंद्रों का निरीक्षण किया। सामाजिक चेतना केंद्र में आयोजित परीक्षा में संस्था प्रधानों द्वारा स्वच्छता पेयजल की व्यवस्था की गई।
परीक्षा सुचारू रूप से संपन्न हो इसके लिए विकासखंड स्तर में जन शिक्षकों का दल बनाया गया। जन शिक्षकों द्वारा सतत निगरानी कर राज्य शिक्षा केंद्र एवं जिला प्रशासन के निर्देशानुसार परीक्षा का आयोजन कराया गया। परीक्षा के आयोजन में जिला कलेक्टर सोमेश मिश्रा, सीईओ जिला पंचायत श्रेयांश कुमट, जिला परियोजना समन्वयक अरविंद विश्वकर्मा, जिला साक्षरता प्रभारी बीएल यादव, सहायक परियोजना एवं साक्षरता नोडल केके उपाध्याय, सहायक परियोजना आरएन पांडे, डॉ. शेशमणि गौतम, संतोष साहू के साथ सभी अधिकारी कर्मचारियों का सहयोग रहा।