जबलपुर मेडिकल अस्पताल हॉस्टल में नगर निगम कर्मचारियों की पिटाई: मलेरिया-डेंगू दवा छिड़काव करने पहुंचे थे

जबलपुर, यशभारत। नेताजी सुभाषचंद्र मेडिकल अस्पताल में शनिवार की सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया जब डॉक्टरों द्वारा नगर निगम कर्मचारियों को बुरी तरह से पीटने का मामला सामने आया। नगर निगम मलेरिया टीम दवा का छिड़काव करने हॉस्टल क्रमांक -1 में पहुंची थी वहां पर डॉक्टरों ने अभद्रता करते हुए उनके साथ बैस-बाल डंडों के साथ मारपीट कर घायल कर दिया।
नगर निगम कमिश्रर के निर्देश पर शनिवार की सुबह स्वास्थ्य विभाग 7 ठेका कर्मचारी मलेरिया-डेंगू दवा का छिड़काव करने मेडिकल अस्पताल के हॉस्टल नंबर 1 पहुंचे थे। दवा छिड़काव के वक्त हॉस्टल में रहने वाले डॉक्टरों से किसी बात को लेकर कहा-सुनी हो गई। जिसके बाद 25 से 30 डॉक्टरों ने एक_ा होकर बेस बॉल के डंडों से नगर निगम कर्मचारियों के ऊपर धावा बोलते हुए बुरी तरह से मारपीट शुरू कर दी।

2 कर्मचारी जान बचाकर भागे, 5 के हाथ पैर तोड़े
बताया जा रहा है कि दवा छिड़काव करने 7 कर्मचारी हॉस्टल नंबर 1 पहुंचे थे। जिसमें विवाद होने के बाद 2 कर्मचारी अपनी जान बचाकर भाग गए और शेष 5 कर्मचारियों को डॉक्टरों ने घेरा लिया और लात-घूसों से मारपीट की।
डॉक्टरों के गाली-गलौज से बढ़ा विवाद
बताया जा रहा है कि नगर निगम कर्मचारी हॉस्टल के सभी कमरों में दवा छिड़काव कर रहे थे। कुछ डॉक्टर उनके पास पहुंचे और गाली-गलौज कर दवा का छिड़काव अच्छे से करने को कहा। डॉक्टरों की अभद्र भाषा को सुनकर नगर निगम कर्मचारियों ने लहजे में बात करने को कहा तो डॉक्टर भड़क गए।
गढ़ा थाने पहुंचे पिटे हुए कर्मचारी
मारपीट में घायल हुए नगर निगम ठेका कर्मचारी कुनाल ठाकुर,राकेश बेन, सौरभ, भीम, संदीप और रोहित केवट ने गढ़ा थाना पहुंचकर डॉक्टरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पीडि़त कर्मचारियों का कहना था कि बगैर कोई बात के डॉक्टरों ने जानवरों जैसा पीटा है।