जबलपुर कलेक्टर-सीएमएचओ और विक्टोरिया के डाॅक्टरों ने बचाई 20 दिन के बच्ची की जानः दिल में छेद और एक तरफ भर रहा था पानी, बाम्बे में हुआ सफल आपरेशन

जबलपुर, यशभारत। मजबूत सरकारी तंत्र की वजह से एक गरीब बच्ची की जान बचाई जा सकी। 20 दिन की बच्ची को दिल में छेद और एक तरफ पानी भरने की जानकारी जब कलेक्टर डाॅक्टर इलैयाराजा टी, सीएमएचओ डाॅक्टर रत्नेश कुरारिया सहित विक्टोरियों के डाॅक्टरों को लगी तो सभी ने एक होकर प्रयास किया और बच्ची को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बाम्बे के अस्पताल में भर्ती कराया। सभी के प्रयास से बच्ची का सफल आपरेशन हुआ और वह स्वस्थ्य है।
जानकारी के अनुसार अधारताल सुहागी कृष्णा काॅलोनी में रहने वाल राजेंद्र केवट की पत्नी मेघा केवट ने एल्गिन में बच्चीे को जन्म दिया। बच्ची के जन्म से दिल में हार्ट की प्राॅबलम होने लगी। डाॅक्टरों जांच की तो बच्ची को टीजीएस- ट्रांसपोजिशन आफ ग्रेट आर्टस की बीमारी थी।
एल्गिन के डाॅक्टरों ने बच्ची की बीमारी की जानकारी सीएमएचओ को दी
बच्ची के जन्म से टीजीएस बीमारी होने की जानकारी एल्गिन के डाॅक्टरों ने सीएमएचओ डाॅक्टर रत्नेश कुरारिया को दी। सीएमएचओ ने डाॅक्टर सुभाष शुक्ला और आरबीएस- राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डाॅक्टर एसएस दाहिया को साथ में लेकर बच्ची की उचित इलाज कराने के लिए उसे नेताजी सुभाषचंद्र मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया। जहां कुछ दिन भर्ती होने के बाद मेडिकल के डाॅक्टरों ने बच्ची को बाॅम्बे के नारायण अस्पताल ले जाने की सलाह दी।

कलेक्टर के समक्ष रखी पूरी जानकारी
सीएमएचओ डाॅक्टर रत्नेश कुरारिया ने राजेंद्र केवट की बच्ची की बीमारी संबंधी जानकारी कलेक्टर डाॅक्टर इलैयाराजा टी को दी। कलेक्टर ने बगैर देर किए हुए रेड्रक्रास की मदद से एंबुलेंस मुहिया कराई और बच्ची को बाम्बे अस्पताल भिजवाया जहां बच्ची का सफल आॅपरेशन हुआ अब बच्ची स्वस्थ्य है।
अधिकारियों को एहसान कभी नहीं भूलूंगा
बच्ची के पिता राजेंद्र केवट ने यशभारत से चर्चा करते हुए बताया कि कलेक्टर-सीएमएचओ और अन्य डाॅक्टरों ने बच्ची को बचाने में जो मदद की है उसे कभी नहीं भूलेगा। सभी के प्रयास से आज बच्ची की जान बच सकी है।
हम सभी का दायित्व था वहीं किया
सीएमएचओ डाॅक्टर रत्नेश कुरारिया ने बताया कि डाॅक्टर सुभाष शुक्ला , डाॅक्टर एसएस दाहिया सहित पूरी टीम ने तत्परता से काम करते हुए अपना दायित्व निभाया है। इस कार्य में कलेक्टर सर ने भी पूरी सतर्कता से एंबुलेंस उपलब्ध कराई जिसकी वजह से बच्ची को बाम्बे अस्पताल भेजा जाना सुनिश्चित हुआ।