छेड़छाड़ से तंग छात्रा ने खुद को आग लगाई:जबलपुर में 11वीं की स्टूडेंट 90% झुलसी; बोली- मनचलों ने जिंदगी बर्बाद की, पुलिस ने भी सुनी नहीं

जबलपुर । छेड़छाड़ से परेशान छात्रा ने मंगलवार को खुद को आग लगा ली। वह 90 % झुलस गई है। खुद को आग लगाने से पहले छात्रा ने सुसाइड नोट भी लिखा है। इसमें अनुराग चौधरी, वरुण, आशा, तन्वी केवट और ममता केवट को दोषी ठहराया है। उसने लिखा- इन लोगों ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी। मेरी शिकायत पुलिस ने भी नहीं सुनी। सॉरी पापा- मुझे माफ कर देना। पुलिस ने 4 आरोपियों को पकड़ लिया है। वहीं, मुख्य आरोपी अनुराग चौधरी फरार है। 17 साल की यह छात्रा 11वीं में पढ़ती है।
मस्ताना चौक रांझी की रहने वाले पीड़ित छात्रा के पिता ऑटो ड्राइवर हैं। चार बहनों में सबसे छोटी है। वह 11वीं की छात्रा है। पिता सुबह ऑटो लेकर निकल जाते हैं। मंगलवार दोपहर में छात्रा ने छत पर जाकर खुद पर केरोसिन डालकर आग लगा ली। चीख सुनकर बहनों ने पड़ोसियों की मदद से बचाने की कोशिश की। पुलिस को भी सूचना दी। छात्रा को गंभीर हालत में पहले विक्टोरिया और फिर मेडिकल अस्पताल रेफर कर दिया गया। छात्रा के सुसाइड नोट और बयान के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच में लिया है।
ये लिखा है सुसाइड नोट में
‘इन लोगों ने मेरा जीना मुश्किल कर दिया है। मैं इनसे परेशान हो चुकी हूं। मेरा अनुराग चौधरी, वरुण, आशा और ममता ने मेरा जीना मुश्किल कर दिया। इन्होंने मेरा जीवन बर्बाद कर दिया है। चारों लड़के उसके घर के चारों ओर घूमते रहते हैं। थाने में भी शिकायत की थी, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। मेरी वजह से बहनों की जिंदगी बर्बाद न हो, इसलिए आत्महत्या करने जा रही है।
पुलिस में शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
छात्रा ने सुसाइड नोट में पुलिस पर भी सवाल उठाए हैं। उसने लिखा है कि रांझी थाना में उसने आरोपियों के खिलाफ शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने शिकायत लेकर रख लिया। सोमवार को अनुराग और वरुण घर आकर धमकी दी थी। इसी की शिकायत छात्रा ने दो अन्य बहनों के साथ रांझी थाने में की थी। छात्रा की बड़ी बहन के मुताबिक पुलिस ने शिकायत लेकर रख ली। बोले- वे पुलिसकर्मी भेज रहे हैं। उस समय भी आराेपी थाने के बाहर तक आया था।