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गड्ढों में राजमार्ग: 140 किलोमीटर में 2163 गड्ढे- एक्शन में आए संभागीय कमिश्नर डॉक्टर रावत,  दिए निर्देश – तत्काल शुरू करें सुधार कार्य

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सागर यश भारत (संभागीय ब्यूरो)/ गड्ढों में तब्दील हो चुके राष्ट्रीय राजमार्ग 24 की दुर्दशा से नाराज संभाग कमिश्नर डॉ वीरेंद्र सिंह रावत एक्शन में आ गए हैं। 140 किलोमीटर के इस मार्ग पर 2163 गड्ढे चर्चा में आए हैं। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 44 का सुधार कार्य तत्काल शुरू करने के निर्देश राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को दिए हैं। संभागायुक्त डॉ. वीरेन्द्र सिंह रावत द्वारा पूर्व में भी क्षेत्रीय अधिकारी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण जबलपुर को पत्र लिखकर उसमें सुधार कराये जाने हेतु लेख किया गया था।

 

संभागीय कमिश्नर डॉ वीरेंद्र रावत एवं कलेक्टर सागर द्वारा पूर्व में बार-बार पत्राचार किये जाने के वाबजूद भी राष्ट्रीय राजमार्ग-44 मालथौन टोलबूथ से तीतरपानी टोलबूथ कुल दूरी 150 कि.मी. का मार्ग क्षतिग्रस्त होने, उसमें जगह-जगह गढ्‌ढे आदि होने से वर्षाकाल में संभावित दुर्घटनाओं के बारे में अवगत कराते हुए उसमें सुधार कराये जाने हेतु लेख किया गया था। इसके बावजूद भी सुधार कार्य नहीं होने से नाराज़ कमिश्नर डॉ. रावत ने राष्ट्रीय राजमार्ग के आधिकारियों, प्रबंधक तकनीकी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण अनुपम कुरेले, सीनियर जनरल मैनेजर आईआरबी टोल वे एवं इंसीडेन्ट मैनेजर आईआरबी टोल-वे डी एन तिरोरी के साथ बैठक कर सुधार कार्यों की समीक्षा की।

संभागायुक्त डॉ. रावत ने बैठक में निर्देशित किया कि उक्त मार्ग को तत्काल दुरूस्त किया जावे। इस दौरान एन.एच के अधिकारियों, प्रबंधक तकनीकी द्वारा बताया गया कि वर्तमान में 8 टीमें विशेष तौर पर सागर क्षेत्र के राजमार्ग के सुधारीकरण, अनुरक्षण के लिए लगाई गईं हैं। इन टीमों के कार्यों का निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण प्रतिदिन किया जा रहा है। सीनियर जनरल मैनेजर टोल-वे द्वारा आश्वासन दिया गया कि उक्त मार्ग के सुधार हेतु नियमित रूप से कार्य किया जावेगा। उन्होनें बताया कि आगामी 10 दिवस के भीतर गढ़ढों को चिन्हित कर उन्हें भरने की योजना तैयार की जा रही है, इस पर कार्य भी प्रारंभ हो गया है। इंसीडेन्ट मैनेजर द्वारा बताया गया कि आईआरबी के द्वारा अपना 120 टीपीएच स्तर का हॉटमिक्स प्लॉट समानुपर, जिला-सागर में स्थापित किया जा चुका है, आगामी 05 सितम्बर से प्लांट पर कार्य प्रारंभ हो जावेगा जिससे मार्ग में सुधार को गति मिलेगी।

संभागायुक्त डॉ. रावत ने एन.एच. के अधिकारियों को उक्त मार्ग के वांछित कार्यों को तत्काल पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिए हैं। डॉ रावत ने निर्देश दिए कि सुधार कार्य के साथ-साथ राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए गौवंश एवं अन्य पशुओं के विचारण की रोकथाम के लिए भी राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराए जिससे कहीं भी किसी भी प्रकार की दुर्घटना घटित न हो।

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