गजब जबलपुर पुलिस, रेपेस्ट और लुटेरे की आवाज सुनकर दबोचा : असिस्टेंट महिला प्रोफेसर से दुराचार के बाद 14 लाख हड़पे गए थे
जबलपुर, यशभारत। असिस्टेंट प्रोफेसर ने विवाह के लिए पेपर में विज्ञापन दिया था, जिसे पढ़कर आरोपी युवक ने पीडि़ता से यह कहकर नजदीकियां बढ़ाई कि वह आर्मी में अधिकारी है। जिसके बाद आरोपी ने पीडि़ता को एक होटल में बुलाकर दो बार बलात्कार किया और प्लाट खरीदने के बहाने 14 लाख की ठगी कर फुर्र हो गया। जब पीडि़ता को इस बात का पता चला कि वह ठगी गई तो थकहार कर थाने पहुंची। जिसके बाद पुलिस ने आवाज परीक्षण के सहारे आरोपी को मैहर के ढीमर मोहल्ला से दबोच लिया। पूरा मामला थाना लार्डगंज का है और यह अपनी तरह का पहला मामला बताया जा रहा है। जहां पुलिस ने सबूत की कढिय़ों को ऐसे जोड़ा कि पुलिस की कार्यशैली से आरोपी भी दंग रह गया।
जानकारी अनुसार उपनिरीक्षक संध्या चंदेल ने बताया कि रांझी में 42 वर्षीय पीडि़ता ने शिकायत दर्ज कराते हुए बताया था कि वह रांझी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर पदस्थ है और पिछले दिनों विज्ञापन जारी किया था, जिसके बाद उसके पास सुशील मोर्य का फोन आया और उसने कहा कि वह आर्मी में अधिकारी है और पूना में पदस्थ है।
प्लाट खरीदने के बहाने लिए रुपये
पीडि़ता ने बताया कि आरोपी ने उसे मिलने एक होटल बुलाया और कहा कि उसका वेतन 80 हजार रुपये है। लेकिन उसे बिलहरी में एक 40 लाख रुपये का प्लाट खरीदना है। जिसमें 14 लाख रुपये कम पड़ रहे है। पीडि़ता ने ऑनलाइन रुपये दे दिए। लेकिन उसके बाद आरोपी फरार हो गया।
फोन आ रहा था स्विच ऑफ
पीडि़ता ने रुपये देने के बाद जब कॉल किया तो आरोपी का नंबर स्विच ऑफ आ रहा था। जिसके बाद वह समझ गयी कि उसके साथ ठगी हुई है। वहीं, प्रकरण दर्ज होने के बाद पुलिस लगातार आरोपी की तलाश में जुट गयी।
आरोपी का नाम, पता भी नहीं था मालूम
जांच के दौरान पीडि़ता के पास आरोपी का नाम और पता नहीं मिलने के बाद भी पुलिस निराश नहीं हुई और पूना में आरोपी की तलाश शुरु हुई। लेकिन वहां पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला। जिसके बाद ऑनलाइन पेमेंट होने के बाद पुलिस के हाथ एक सबूत लगा।
एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देश में सीएसपी प्रभात शुक्ला के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी मधुर पटैरिया की मुस्तैद टीम ने आरोपी को
आवाज परीक्षण के बाद मैहर के ढीमर मोहल्ला से दबोच लिया।