कान्हा टाइगर रिजर्व में मादा बाघ की मौत:दो पत्थरों के बीच फंसने से जान गई, इस साल छठी मौत

मंडलाl जिले स्थित कान्हा टाइगर रिजर्व में एक मादा बाघ की मौत हो गई। मंगलवार को बाघ का शव कान्हा रेंज के मुण्डीदादर वन परिक्षेत्र में सुलकुम नदी के पास मिला।8 से 10 वर्ष की यह मादा बाघ दो पत्थरों के बीच फंसी हुई थी। माना जा रहा है कि हाल में हुई तेज बारिश से हुए भूस्खलन में बाघ की मौत हुई।एनटीसीए और मुख्य वन्यजीव संरक्षक के दिशा निर्देश के आधार पर तुरंत कार्रवाई की गई।
डॉग स्क्वाड की मदद से आसपास के क्षेत्र की जांच की गई।डॉ. संदीप अग्रवाल और डॉ. आशीष वैद्य ने पोस्टमार्टम किया। प्रारंभिक जांच में बाघ के सभी अंग सुरक्षित पाए गए। फॉरेंसिक जांच के लिए सैंपल भेजे गए हैं।वन विभाग के अधिकारियों, तहसीलदार, स्थानीय सरपंच और एनटीसीए प्रतिनिधि की मौजूदगी में शव का दाह संस्कार किया गया। मामले में वन अपराध प्रकरण दर्ज कर जांच जारी है।यह इस साल कान्हा और आसपास के क्षेत्र में बाघ की छठी मौत है। इससे पहले जनवरी में दो वर्षीय मादा बाघ, फरवरी में 13 वर्षीय बाघिन, मार्च में 5 वर्षीय नर बाघ और अप्रैल में 15 माह की मादा बाघ तथा 6 माह की बाघ शावक की मौत हो चुकी है। इनमें से पांच मौतें पार्क क्षेत्र में और एक पार्क के नजदीक हुई है।