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कांग्रेस अब जांच-परखकर बनाएगी पदाधिकारी, छवि सुधार के लिए इंटरव्यू पैटर्न का तरीका अपनाएगी पार्टी

कटनी, यशभारत। कांग्रेस अपनी संगठनात्मक मजबूती के लिए जिम्मेदारियों को तय करने के साथ एक के बाद एक बड़े बदलाव कर रही है। दरअसल पार्टी में अंदरूनी खेमों की सियासत, परिवारवाद के साथ पठ्ठावाद के कई आरोप लगते रहे हैं। अक्सर ऐसे मामलों में असंतुष्ट नेताओं का हंगामा और पार्टी के खिलाफ विरोधाभास भी खुलकर सामने आते हैं। अब पार्टी अपनी छवि सुधार के लिए इंटरव्यू पैटर्न का तरीका अपनाएगी। इसकी शुरुआत भी जिला अध्यक्षों की नियुक्ति से होगी।

नई व्यवस्था के चलते पारदर्शिता के लिए केंद्रीय संगठन एक टीम प्रत्येक जिले में भेजेगा। यह टीम जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं से पदों के संबंधित दावेदार को लेकर फीडबैक लेगी। जरूरी नहीं कि सिर्फ दावेदार को ही जिला अध्यक्ष की कमान सौंपी जाए, टीम अपने स्तर पर ही पार्टी विचारधारा के कार्यकर्ता का चुनाव कर सकेगी।

जिलाध्यक्ष पद के लिए देना होगा इंटरव्यू

ऐसे नामों का सूची टीप लगाकर केंद्रीय संगठन को भेजी जाएगी। इसके बाद संबंधित दावेदार को साक्षात्कार की प्रक्रिया से गुजरना होगा। उन्हें प्रदेश प्रभारी और केंद्रीय पैनल के सामने जिलाध्यक्ष पद के लिए इंटरव्यू देना होगा। फिर नाम पर प्रदेश संगठन का अभिमत लिया जाएगा और नियुक्ति का अंतिम अधिकार एआईसीसी को होगा। अगले माह जून से प्रदेश के सभी जिलों में एआईसीसी की टीम इस प्रक्रिया में जुटेगी।

टीम में होंगे अनुभवी नेता

इस टीम में अनुभवी नेताओं को रखा जाएगा। जिन्हें जिले में संबंधित दावेदार की पकड़, संगठन में तालमेल के साथ जातिगत समीकरणों का तगड़ा अनुभव होगा। जिलों में दौरे के बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बैठकों का दौर भी शुरू होगा। संगठन की मजबूती के लिए हर तरह के कदम बढ़ाए जा रहे हैं। जा रहे हैं। कई प्लानिंग पर अमल किया जा रहा है। कांग्रेस में उसी की जिम्मेदारी मिलेगी जो काबिल होगा।

जमीनी स्तर पर काम शुरू

कांग्रेस ने पिछली हार से सबक लेते हुए चुनाव से साढ़े तीन साल पहले ही जमीनी स्तर पर काम शुरू कर दिया है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बनाए पायलट प्रोजेक्ट पर सबसे पहले मप्र में काम शुरू हुआ है। इसमें ब्लॉक कमेटी की तर्ज पर पंचायत और मोहल्ला कमेटियों का गठन, बूथ लेवल पर टीम बनाना, कांग्रेस के पुराने और कोर कार्यकर्ताओं से घर जाकर संपर्क करना, और वोटर लिस्ट का रिव्यू करना शामिल है। पार्टी ने विदिशा से इसकी शुरुआत कर दी है। पिछले दिनों कटनी प्रवास पर आए पीसीसी चीफ जीतू पटवारी कटनी जिले में संगठन की नई टीम तैयार करने का इशारा कर चुके हैं। यहां की सांगठनिक सक्रियता ने उन्हें प्रभावित भी किया, लेकिन नियुक्तियों को लेकर उन्होंने पायलट प्रोजेक्ट का ही जिक्र किया।images 7 9

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