कटनी-सिंगरौली रेलखंड में 110 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से स्पीड ट्रायल, कमिश्नर रेलवे सेफ्टी ने किया डबलिंगप्रोजेक्ट का निरीक्षण

कटनी, यशभारत। मध्य वृत्त के रेल संरक्षा आयुक्त मनोज अरोरा दोहरीकरण रेल लाइन परियोजना के अन्र्तगत जबलपुर रेल मण्डल में कटनी-सिंगरौली दोहरीकरण परियोजना के अंतर्गत जोबा-मढ़वास ग्राम के बीच 7.5 किलोमीटर रेलखण्ड का निरीक्षण किया गया, साथ ही 110 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से स्पीड ट्रायल किया गया। निरीक्षण के दौरान पमरे मुख्यालय से मुख्य प्रशासनिक अधिकारी निर्माण एम एस हाशमी के साथ मुख्यालय के मुख्य इंजीनियर अधिकारी एवं जबलपुर मंडल के अपर मण्डल रेल प्रबंधक एवं अन्य वरिष्ठ इंजीनियर मौजूद रहे। गौरतलब है कि इस सेक्शन की कुल दूरी 7.5 किलोमीटर है, जिसमें स्टेशन बिल्डिंग, सिंग्नलिंग, यार्ड, बड़े ब्रिज, छोटे ब्रिज एवं लेवल क्रासिंग शामिल है। इस निर्माणाधीन डबल लाइन रेलखण्ड पर रेल ट्रैक, ओएचई लाइन, स्टेशन बिल्डिंग, मेजर माइनर ब्रिजों, लेवल क्रॉसिंग एवं यार्ड का संरक्षा की दृष्टि से सघन निरीक्षण किया गया। सीआरएस ने जोबा मढ़वासग्राम सेक्शन में अधिकतम 110 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से सफल स्पीड ट्रायल भी किया।
कोल रूट होने के कारण सबसे व्यस्त रूट
पश्चिम मध्य रेल पर कटनी-सिंगरौली रेल खंड एक कोल रूट होने के कारण एक अत्यंत व्यस्त रूट है एवं उक्त सेक्शन डबल लाइन हो जाने से इस रूट की व्यस्तता में माल यातायात को राहत मिलेगी साथ ही यात्री यातायात का संचालन और भी सुगम हो सकेगा। इस रेलखण्ड के कमीशन हो जाने से रेलवे में कई फायदे होंगे। जिसमे गुड्स एवं पैसेंजर ट्रैफिक के बढऩे से रेल राजस्व में वृद्धि होगी। रेलखण्ड की क्षमता में वृद्धि होने से रेल परिचालन बढ़ेगा और समयपालनता सुनिश्चित होगी। रेल सुरक्षा में बढ़ोत्तरी साथ ही ट्रेनों का सुगम संचालन भी हो सकेगा। रेलवे के आसपास क्षेत्रों के औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।