ऐसे कोई परिजन होते हैं क्या ? युवक की मौत के बाद शव पहचाने से मना किया: गरीब नवाज कमेटी ने किया अंतिम संस्कार…. देखे.. वीडियो…
जबलपुर, यशभारत। परिजनों का साथ रहता है तो बड़े से बड़े मुकाम हासिल किए जा सकते हैं, एक बीमार व्यक्ति भी परिजनों के सहारे ठीक हो जाता है। लेकिन जबलपुर में तो परिजन शब्दों को ही कलंकित कर दिया गया। दरअसल युवक की मौत विक्टोरिया अस्पताल में हो जाती है और जब उसका शव घर पहुंचाया जाता है तो परिजन उसे पहचानने से इंकार कर देते हैं। शव को लावारिश होने के बाद उसका अंतिम संस्कार गरीब नवाज कमेटी द्वारा किया जाता है।
मामले की जानकारी देते हुए गरीब नवाज कमेटी के इनायत अली ने बताया कि सूचना मिली कि जिला अस्पताल विक्टोरिया के गैंगरीन वार्ड में युवक की मौत हो गई है। जाकर देखा तो और डॉक्टरों से पूछा तो पता चला कि युवक विनोद कुमार केवट 40 साल ककरैया तलैया गोरखपुर निवासी है। संबंधित पते पर जब युवक का शव लेकर पहुंचे तो वहां मौजूद लोगों ने उसे पहचानने से मना करा दिया। जबकि डॉक्टरों का कहना था कि युवक को जो भर्ती करके गए थे वह उसके परिजन थे और उन्होंने ने ही गोरखपुर का पता लिखवाया था। मृतक युवक को जब पहचानने से इंकार कर दिया गया तो कमेटी के बाछु नांकनी, साबिर , मो इम्तियाज़, बाबू अली , दीपक निगम और रियाज़ अली की मदद से तिलवारा में पूरी विधि विधान से अंतिम संस्कार कराया गया।