आरटीओ की कार्रवाई : आईएसबीटी के बाहर से यात्रियों को बैठाने पर बसों पर लगाया 10-10 हजार का जुर्माना
जबलपुर,यशभारत। नियमों को बला-ए-ताक पर रखकर आईएसबीटी के बाहर से छूट रहीं बसों पर कल शाम से ही सख्ती शुरू कर दी गई है। सख्ती का आलम यह है, कि आईएसबीटी के बाहर से सवारी बैठा रहीं सभी बसों पर आरटीओ ने दस-दस हजार रुपए का जुर्माना लगाया। कल देर शाम की गई कार्रवाई का आज ऐसा असर रहा, कि सुबह से बीटी के बाहर बस का इंतजार करती सवारियां तो नजर आर्इं, लेकिन एक भी बस खड़ी नजर नहीं आई। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने कल रविवार को आईएसबीटी का औचक निरीक्षण किया था और बीटी के बाहर से छूट रही बसों पर कड़ी नाराजगी जताते हुए सभी बसों को बीटी के अंदर से छूटने के
लिए कहा था। यहां कलेक्टर द्वारा दिए गए आदेश के परिपालन में आरटीओ संतोष पाल द्वारा तत्काल एक्शन में आते हुए बीटी के बाहर बस खड़ी करके सवारियों भरने का काम कर रहे बस ऑपरेटरों पर कार्रवाई शुरू कर दी गई। जबलपुर से रीवा इलाहाबाद जा रही बस क्रमांक-एमपी17.पी.1440 तथा मिर्जा ट्रेवल्स की बस क्रमांक-यूपी-65 एफ टी 9995 जो कि प्रतिबंध के बावजूद दीनदयाल चौक के पास से सवारियां बैठा रहीं थी उन्हें पकड़कर दस-दस हजार रुपए का जुमार्ना लगाया गया।
स्थानीय लोगों ने अब राहत की सांस ली
अन्य दिनों की अपेक्षा आज आईएसबीटी के अंदर का नजारा बदला हुआ था। पिट पर खड़ी बसों के सामने सवारियों की खासी चहल-पहल दिखाई दे रही थी। वहां दीनदयाल चौक पर माढ़ोताल थाना पुलिस द्वारा लगातार अनाउंसमेंट करके बीटी के बाहर खड़ी सवारियों को अंदर जाकर बस में बैठने के लिए कहा जाता रहा। स्थानीय लोगों ने ली राहत की सांस बसों के आईएसबीटी के अंदर से छूटने का सबसे बड़ा लाभ उन स्थानीय लोगों को अब मिलने लगेगा जो कि बीटी के आसपास बनी कालोनियों में रहते हैं। कल तक बसों के बीटी के बाहर से छूटने पर आवाजाही के मार्ग में भारी चहल पहल रहती थी, लेकिन अब बीटी के अंदर से छूट रहीं बसों के चलते स्थानीय लोगों ने अब राहत की सांस ली है।