आबकारी उपायुक्त के घर ईडी का छापा : 6 साल पहले लोकायुक्त जांच में करीब 100 करोड़ से अधिक की संपति का खुलासा हुआ था

भोपाल। प्रवर्तन निदेशालय ने आबकारी विभाग के उपायुक्त आलोक खरे भोपाल और रीवा के ठिकानों पर आज सुबह छापेमारी की है। भोपाल में खरे के साथ आबकारी विभाग के एक और अधिकारी के यहां भी सर्चिंग की सूचना है। यह कार्रवाई आबकारी विभाग के फर्जी एफडी मामले से भी जुड़ी बताई जा रही है। हालांकि अभी तक इस मामले में ईडी की ओर से अधिकृत तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।
ईडी ने यह कार्रवाई लोकायुक्त छापे के आधार पर शुरू की है। लोकायुक्त पुलिस ने छह साल पहले आलोक खरे के सात ठिकानों पर छापेमारी की थी। इनमें भोपाल में दो, इंदौर में दो, रायसेन में दो और छतरपुर में एक जगह शामिल थी। लोकायुक्त जांच में करीब 100 करोड़ से अधिक की संपति का खुलासा हुआ था। लोकायुक्त की जांच में इंदौर के पॉश इलाके में एक पैंट हाउस और एक बंगला पता चला था। भोपाल के चूनाभट्टी और बाग मुंगालिया में दो बड़े बंगले और कोलार में फार्म हाउस की जमीन है। रायसेन में दो फार्म हाउस हैं। लोकायुक्त जांच में इंदौर के बंगले से 10 लाख रुपए और रायसेन के फार्म हाउस से पांच लाख रुपए कैश मिले थे। सहायक आबकारी आयुक्त खरे का छतरपुर स्थित निवास की कीमत भी करोड़ों रुपए है। खरे के छतरपुर स्थित निवास से विदेशी मुद्रा भी मिली थी। खरे ने अपनी पत्नी के नाम पर रायसेन में फलों की खेती करना बताया था। खरे का भोपाल में बंगला नंबर 45 फेस 1 गार्डन सिटी जाटखेड़ी होशंगाबाद रोड स्थित घर पर है।