आनंद का पैमाना धन संपदा नहीं,अपितु सेवा है-प्रदीप तिवारी
आनंद विभाग का जनअभियान परिषद के मध्य एक दिवसीय अल्पविराम संपन्न
प्रगत शिक्षा महाविद्यालय जबलपुर में जन अभियान परिषद के 60 प्रतिभागियों के बीच में एक दिवसीय अल्पविराम कार्यक्रम का आयोजन किया गया,प्रार्थना आनंदम सहयोगी प्रतिभा दुबे एवं सुनीता लखनपाल के द्वारा की गई।जिसमें जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक प्रदीप तिवारी ने कहा कि आनंद का पैमाना धन संपदा नहीं अपितु सेवा है।संयुक्त संचालक लोक शिक्षण संभाग जबलपुर व प्राचार्य पीएसएम कॉलेज स्वर्णकार जी ने कहा कि यह शरीर हार्डवेयर है और सूक्ष्म तत्व आत्मा है जिसके द्वारा हम अपने भावनाओं को समझ पाते हैं।अपने भावों को पहचानना केवल निरंतर अभ्यास से ही संभव है,जिसमें कटनी से आए मास्टर ट्रेनर राजेंद्र असाटी,सीमा मिश्रा एवं अर्चना शर्मा के द्वारा मदद और सेवा से जुड़े अपने जीवन के अनुभवों को साझा किया गया,प्रतिभागियों से जीवन का लेखा-जोखा को समझाते हुए बताया कि किसी की मदद करते समय जब उससे अपेक्षा ना की जाए और निस्वार्थ भाव से जब मदद करें तो वह सेवा ही आत्म संतुष्टि है,दीप्ति ठाकुर ने राज्य आनंद संस्थान का परिचय देते हुए बताया सभी जिलों में राज्य आनंद संस्थान ने निस्वार्थ भाव से सभी की सेवा करने का दायित्व जो लिया है,उसका निर्वाह बखूबी निभाया जा रहा है।सीमा मिश्रा ने 10 मिनट का शांत समय लेने की बात कही ताकि जिंदगी की नकारात्मकता को दूर किया जा सकें एवं सकारात्मकता के साथ परिवार एवं समाज में नई ऊर्जा का संचार हो सके। राजेंद्र असाटी द्वारा स्वर्णकार जी को आनंद विभाग का स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर इस अवसर पर रेनू मिश्रा,सरस्वती मंडलेकर,सुचित्रा पांडे,प्रदीप्ति,सुषमा,शिखा विश्वकर्मा उपस्थित रहे।