अवैध कॉलोनी और धोखेबाज बिल्डर: मंदिर और गार्डन की जमीन में भी कर दी प्लाटिंग -कलेक्टर ने कहा जांच होगी, आमजन के साथ न्याय होगा

जबलपुर, यशभारत। करमेता स्थित सत्यम ड्रीम प्रोजेक्ट के बिल्डर संतोष ठाकुर का एक और कारनामा सामने आया है। बिल्डर ने प्लाटिंग के पहले उपभोक्ताओं से मंदिर-गार्डन निर्माण का जो वादा किया था उसे वह कभी पूरा नहीं कर पाएगा। दरअसल बिल्डर ने मंदिर और गार्डन की जमीन में भी प्लाटिंग कर दी है। इधर यशभारत में लगातार प्रकाशित खबरों के बाद कलेक्टर डॉक्टर इलैयाराजा टी ने पूरे प्रकरण में संज्ञान लिया है। कलेक्टर ने कहा कि जांच होगी, आमजन के साथ पूरी तरह से न्याय होगा। कॉलोनी अवैध है तो निश्चित रूप से जांच होगी। अवैध कॉलोनी को लेकर क्यों अभी तक एक्शन नहीं लिया गया इस संबंध में भी जांच कराई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि यशभारत की टीम ने मौके पर जाकर सत्यम ड्रीम प्रोजेक्ट के काले कारोबार का चि_ा उजागर किया था। किस तरह से बिल्डर ने गरीबों को बेबकूफ बनाकर उनसे लाखों रूपए लिए और मकान बनाने का सिर्फ आश्वासन देता रहा। जिनके मकान बनाए गए हैं वहां भी धांधली की गई। घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग कर लोगों का अच्छे घर का सपना चकनाचूर कर दिया। सत्यम ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत प्लाट और मकान लेने वाले गरीब अब आंसू बहा रहे हैं।

तहसीलदार-एसडीएम अधिकारियों ने ध्यान क्यों नहीं दिया
शहर में अवैध कॉलोनी बनाने का करोबार निडरता के साथ किया जा रहा है। करमेता में करोड़ों का सत्यम ड्रीम प्रोजेक्ट तैयार हो गया लेकिन इसकी भनक संबंधित क्षेत्र के तहसीलदार और एसडीएम को क्यों नहीं लगी, क्यों अफसरों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया, या फिर ध्यान देने के पहले ही बिल्डर से सांठगांठ हो गई । सवाल उठता है कि इतनी बड़ी कॉलोनी की प्लाटिंग हो गई गरीबों का पैसा बिल्डर हजम कर गया और अफसरों को खबर ही नहीं लगी। सूत्रों का कहना है कि बिल्डर संतोष ठाकुर ने शहर में बहुत से स्थानों पर कॉलोनी बनाई वहां भी फर्जीवाड़ा किया गया। लेकिन किसी भी मामले पर कार्रवाई नहीं हुई।

कॉलोनी के लोगों को बुलाया, दी गई समझाइश
यशभारत में लगातर खबर प्रकाशित होने के बाद सत्यम ड्रीम प्रोजेक्ट के बिल्डर संतोष ठाकुर और उसके साथी इतने परेशान हो गए कि उन्होंने कॉलोनी के लोगों को बुलाकर जल्द ही समाधान निकालने को कहा। बताया जा रहा है कि प्रोजेक्ट के कर्ताधर्ताओं के बीच आपसी विवाद भी हुआ है जो चर्चा का विषय था। एक दूसरे से लड़कर बिल्डर के गुर्गें चले गए। कॉलोनी के लोगों का कहना था कि जब ये सभी पार्टनर लड़ रहे हैं ये कहीं से अपने वादे पूर नहीं करेंगे।

बिजली कटी तो जुर्माना भरने पहुंचे बिल्डर के गुर्गें
बताया जा रहा है कि सालों से सत्यम ड्रीम प्रोजेक्ट कॉलोनी चोरी की बिजली से रोशन हो रही थी। इसकी जानकारी जब एमपीईबी को लगी तो एक दल ने मौके पर निरीक्षण किया और चोरी की बिजली का प्रकरण तैयार कर बिल्डर पर 91 हजार का जुर्माना लगाया साथ ही कॉलोनी की बिजली भी काट दी। कॉलोनी की बिजली काटने की खबर जब बिल्डर के गुर्गों को लगी तो वह उखरी स्थित एमपीईबी ऑफिस पहुंचकर जुर्माने की राशि जमा की।







