परंपरागत खेती में उत्पादन के चरम पर स्थान बना चुका मध्य प्रदेश अब किसानों की आमदनी बढ़ाने के दूसरे साधन भी तलाश रहा है। किसानों को बांस, औषधीय पौधों सहित दूसरी फसलों की खेती करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। ऐसे में ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चंदन की खेती की राह दिखाई और राज्य सरकार ने इस पर विचार भी शुरू कर दिया है। फिलहाल यह देखा जा रहा है कि प्रदेश के किस हिस्से में अच्छी किस्म का चंदन लगाया जा सकता है। उचित संभावनाओं का पता लगाने के बाद चंदन की खेती की योजना तैयार की जाएगी। यह जिम्मेदारी वन विभाग को सौंपी जा सकती है।
उल्लेखनीय है कि देश में चंदन का उत्पादन कम है और बाजार में मांग ज्यादा। यही कारण है कि चंदन महंगा बिकता है और इसकी खेती करवाकर किसानों की आमदनी बढ़ाई जा सकती है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अक्टूबर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिले थे। इस दौरान चौहान ने उन्हें विभिन्न् योजनाओं की जानकारी दी तो प्रधानमंत्री ने किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए चंदन की खेती पर ध्यान देने को कहा था। इसके बाद से मुख्यमंत्री भी दो बार अपनी जनसभाओं में चंदन की खेती को विकल्प के रूप में अपनाने की बात कर चुके हैं। राज्य सरकार चंदन की सुरक्षा को लेकर भी प्रबंध पर विचार कर रही है, क्योंकि चंदन की लकड़ियों की चोरी भी खूब होती है।