
बिहार के समस्तीपुर लोको डीजल शेड के एक इंजीनियर ने डिवीजन मैकेनिकल इंजीनियर (DME) का फर्जी कार्यालय आदेश दिखाकर पूर्णिया कोर्ट स्टेशन के पास वर्षों से खड़ी छोटी लाइन का पुराना वाष्प इंजन (स्टीम इंजन) स्क्रैप माफिया के हाथ बेच डाला। मामला उजागर नहीं हो इसके लिए डीजल शेड पोस्ट पर कार्यरत एक दारोगा की मिलीभगत से शेड के आवक रजिस्टर पर एक पिकअप वैन का प्रवेश करने संबंधी एंट्री भी करवा दी, लेकिन ऑन ड्यूटी सिपाही संगीता कुमारी की रिपोर्ट पर जांच शुरू हुई तो पूरे मामले का खुलासा हो गया।
इस मामले में पूर्णिया कोर्ट स्थित RPF के दारोगा एमएम रहमान के बयान पर मंडल के बनमनकी पोस्ट पर रविवार देर शाम प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसमें इंजीनियर राजीव रंजन झा, हेल्पर सुशील यादव समेत सात लोगों को आरोपी बनाया गया है।
उधर, DRM आलोक अग्रवाल के आदेश पर इंजीनियर और हेल्पर के अलावा डीजल शेड पोस्ट पर तैनात दारोगा वीरेंद्र द्विवेदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। मामला उजागर होने के बाद से फरार चल रहे इंजीनियर आरआर झा की गिरफ्तारी के लिए RPF की टीम लगातार छापेमारी कर रही है।