फिल्मी स्टाइल में आरोपियों को छुड़ा ले गया सरपंच : वन कर्मियों की पिटाई, चौकी पर किया हमला

कटनी, यशभारत। वन परिक्षेत्र ढीमरखेड़ा में जब वन विभाग ने जंगली सूअर का शिकार करते हुए 10 आरोपियों को पकड़ा, तब सरपंच ने ग्रामीणों को लेकर वन चौकी पर धावा बोल दिया और गाली गलौज एवं मारपीट करते हुए शिकार किए गए मांस सहित पांच आरोपियों को छुड़ा लिया। सरपंच के नेतृत्व में ग्रामीणों द्वारा आरोपियों को छुड़ा ले जाने के बाद जब वन विभाग के कर्मी इसकी शिकायत ढीमरखेड़ा थाने लेकर पहुंचे तो वहां पर भी उनकी शिकायत दर्ज नहीं की गई।
थाना प्रभारी ने उन्हें कागजी कार्यवाही पूरी करने का हवाला देते हुए वहां से चलता कर दिया। कुछ इस तरह के आरोप लगाते हुए ढीमरखेड़ा वन परिक्षेत्र के कर्मचारियों ने पकड़े गए बचे खुचे पांच आरोपियों को न्यायालय में पेश कर दिया। सरपंच की गुंडागर्दी के कारण खौफजदा वन कर्मी अब खुद पर जान का संकट बताते हुए कार्रवाई की गुहार लगा रहे हैं। वन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक ढीमरखेड़ा वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम खमरिया में वन विभाग की टीम ने जंगल में दबिश देकर गुरुवार को वन्य प्राणी का शिकार करते हुए 10 आरोपियों को ताजे मांस सहित गिरफ्तार किया। आरोपियों को पकडऩे के बाद वन कर्मी सभी आरोपियों को लेकर जंगल चौकी पहुंचे और कार्यवाही करने की तैयारी करने लगे।
जब वन कर्मी पकड़े गए सभी आरोपियों के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध करने की तैयारी कर रहे थे इस बीच ढीमरखेड़ा क्षेत्र के ग्राम छुटवरिया के सरपंच कमलेश मार्को ने लगभग दो सैकड़ा ग्रामीणों को साथ लेकर जंगल चौकी में धावा बोल दिया। वन पर कर्मियों के साथ मारपीट एवं गाली गलौज करते हुए सरपंच फिल्मी अंदाज में पांच आरोपियों को जब्त किए गए मांस सहित छुड़ा ले गया। सरपंच की गुंडागर्दी की शिकायत करने जब वन कर्मी ढीमरखेड़ा थाने पहुंचे तो वहां पर पुलिस ने उनकी शिकायत नहीं लिखी।
ढीमरखेड़ा वन परिक्षेत्र के डिप्टी रेंजर बीडी त्रिपाठी का कहना है कि पुलिस के द्वारा शिकायत दर्ज करने के बजाय यह कह दिया गया कि उच्च अधिकारियों का पत्र लेकर आईये तब शिकायत दर्ज की जाएगी। थाने में शिकायत दर्ज न होने और फरार आरोपियों के न मिलने के कारण शुक्रवार को वन विभाग की टीम ने बचे खुचे पांच आरोपियों को न्यायालय में पेश किया। जहां एक तरफ वन विभाग के कर्मचारी पुलिस पर कार्यवाही न करने का आरोप लगा रहे हैं तो वहीं ढीमरखेड़ा थाना प्रभारी मोहम्मद शाहिद खान का कहना है कि वन विभाग से उच्च अधिकारियों का पत्र मांगा गया है पत्र के आधार पर कार्यवाही अवश्य की जाएगी।
पहले भी हो चुकी है घटना
वन विभाग के कर्मचारियों ने कहा कि इस तरह की घटना पहली बार नहीं हुई है। उक्त सरपंच के द्वारा पहले भी इसी तरह की घटना को अंजाम देते हुए आरोपी को छुड़वाया गया थाए जिसके बाद उसके खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई थी। कार्यवाही ना हो पाने के कारण उसके हौसले बुलंद हैं। वन कर्मियों ने कहा कि अगर यही हाल रहा तो किसी दिन वन कर्मियों पर जानलेवा हमला या कोई बड़ी दुर्घटना भी घटित हो सकती है।