नवाचार: अब सरकारी अस्पतालों में लगेंगी एक जैसी सूचना पट्टी, ताकि मरीजों को ना हो परेशानी
जबलपुर, यश भारत। सरकारी अस्पतालों में मरीज को प्रवेश करने के बाद ओपीडी, पैथोलाजी, दवा काउंटर, कार्यालय एवं अन्य विभागों तक पहुंचने के लिए कई जगह पूछताछ करना पड़ता है। कई अस्पतालों के बड़े परिसर में भुल-भुलैया जैसी स्थिति है। उचित दिशा-निर्देशक चिन्हों की कमी से मरीज भटक जाते है। उन्हें परेशान होता पड़ता है। इस समस्या से निपटने के लिए राज्य सरकार ने कार्ययोजना पर काम शुरू कर दिया है।
समिति गठित पट्टिका तय करने का जिम्मा सौंपा
स्वास्थ्य विभाग ने एक समिति गठित करके उसे मरीजाें के लिए सुविधाजनक सूचना पट्टिका तय करने का जिम्मा सौंपा है। यह समिति सरकारी अस्पतालों के लिए एक जैसी सूचना पट्टिका/बोर्ड का प्रारूप तय करेगी। बोर्ड में उन सूचनाओं को समाहित करने का सुझाव भी देगी, जो मरीजों को अस्पताल में प्रवेश के बाद समस्त विभागों तक पहुंचाने में सहायक हो। मरीज बिना किसी पूछताछ/परेशानी के अपनी जरुरत से संबंधित विभाग तक पहुंच सकें।
तय करेगी समिति
अस्पताल के बाहर और अंदर क्या-क्या लिखा होना चाहिए।
अस्पताल के बोर्ड का आकार एवं रंग।
बोर्ड में अंकित होने वाले अक्षर का प्रकार, आकार और रंग।
आंतरिक विभागों की सूचना पट्टिका का आकार एवं रंग।
सूचना पट्टिका के अक्षरों का प्रकार, आकार व रंग।
विभागों की पट्टिका में उसके नाम के अतिरिक्त जरुरी विवरण।
दिशा-निर्देशन से संबंधित चिन्ह एवं उनके आकार व रंग।
अस्पताल में उपलब्ध सुविधा के ब्योरे का प्रारुप।
जानकारी देने वाले बोर्ड का आकार, प्रकार और रंग।
सूचन पट्टिका और बोर्ड लगाने का अनुकूल स्थान।
दृश्यता की सुविधाअनुसार बोर्ड लगाने की उचित ऊंचाई।
वार्ड नंबर दर्शाने वाले बोर्ड की एकरुपता।
सूचना के साथ निर्देश भी होंगे
सरकारी अस्पतालों में सूचना पट्टिका होने पर भी कई जगहों पर उचित दिशा-निर्देश दर्ज नहीं होते हैं। इसकाे लेकर भी यह समिति प्रारुप तय करेगी। ओपीडी, आइसीयू, ऑपरेशन थिएटर जैसी जगहों पर आतंगतुकों के लिए आवश्यक सावधानी संबंधी निर्देश की भाषा तय करेगी। जैसे आइसीयू/एचडीयू के बाहर लिखा होता है कि जूते-चप्पत पहनकर प्रवेश ना करें। ऐसे ही अन्य निर्देशों के प्रारुप का खाका तैयार करेगी। यह निर्देश आसानी से पढ़ें एवं समझे जा सकें, इसका ध्यान रखा जाएगा।
बनेगा प्रस्ताव
स्वास्थ्य विभाग की समिति में प्रदेश के अलग-अलग जिलों के चिकित्सकों एवं विशेषज्ञों को शामिल किया गया है। समिति में 10 से ज्यादा सदस्य है। यह सदस्य आपस में रायशुमारी करेंगे। आम लोगों के लिए उपयोगी एवं सुविधाजनक सूचना पट्टिका एवं बोर्ड का प्रारुप तय करेंगे। समिति के प्रस्ताव सरकार अस्पतालों के सूचना निर्देशन पटल में शीघ्र बदलाव करेगी। जिला अस्पताल से लेकर उप स्वास्थ्य केन्द्र तक सूचना पटल में एकरुपता होगी।