देवजी नेत्रालय निःशुल्क सेवा के 7 वर्ष पूर्ण

दादा वीरेंद्र पुरी जी महाराज नेत्र संस्थान (देवजी नेत्रालय) ने सेवा संकल्प के 7 वर्ष पूर्ण कर आठवें वर्ष मे प्रवेश किया l इस अवसर पर सुंदर कांड का पाठ कर मरीजों को फल एवं प्रसाद वितरण किया गया I परमपूज्य गुरुदेव दादा वीरेंद्र पुरी जी महाराज के अनुकम्पा और प्रेरणा से अंधत्व निवारण के लिए देवजी नेत्रालय की स्थापना की गयी है l
देवजी नेत्रालय का भूमिपूजन निवृत शंकराचार्य स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी जी महाराज के कर -कमलों द्वारा 2 मई 2014 अक्षय तृतीया के दिन और लोकार्पण परमपूज्य सरसंघचालक डॉ मोहन राव भागवत के द्वारा 2 अप्रैल 2017 को हुआ था I
डॉ. पवन स्थापक ने बताया कि सेवा संकल्प की निःशुल्क नेत्र सेवा महाकोशल के सोलह जिलों में की जा रही है, मरीजों का नेत्र परीक्षण कर चयनित मरीजों का निःशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन किया जाता है l
विगत 7 वर्षों मे 22 लाख से ऊपर नेत्र परीक्षण एवं लगभग 3,00,000 निःशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन किये जा चुके है l देवजी नेत्रालय मे आँखों की समस्त बीमारियों का इलाज किया जाता है l यहाँ निःशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन ही नहीं होते बल्कि ग्लूकोमा, रेटिना,कॉर्निया,स्क्विंट और पीडियाट्रिक ऑफ्थेलमोलॉजी जैसे विशेष ऑपरेशन भी होते है I जिस जटिल नेत्र चिकित्सा के लिए लोगों को महानगरों का रुख करना पड़ता था वो सब एक ही छत के नीचे देश-विदेश से प्रशिक्षित नेत्र विशेषज्ञों की टीम के साथ देवजी नेत्रालय में उपलब्ध है I
इस अवसर पर डॉ. पवन स्थापक, श्रीमती अनुपमा स्थापक, डॉ. आयुष टंडन, डॉ. अर्पिता स्थापक दुबे, डॉ. सोनिया टंडन, डॉ. रितेश शुक्ला, डॉ मयंक प्यासी, डॉ श्रुति चौधरी, अजीत दुबे, शशांक दुबे आदि उपस्थित थे