जबलपुर में जनसुनवाई में कई सालों बाद दिखी लंबी लाइनः कलेक्टर ने 5 घंटे बैठकर सुनी लोगों की समस्याएं

जबलपुर, यशभारत। मंगलवार की जनसुनवाई सार्थक सिद्ध होते दिखी, लोगों के चेहरे में न्याय की आस और कलेक्टर के प्रति विश्वास साफ झलक रहा था। इसका उदाहरण था कई साल बाद 5 घंटे तक जनसुनवाई होना। नए कलेक्टर के पास न्याय की गुहार लेकर पहंुचे लोगों चेहरे में थकान जरूरी नजर आई परंतु हौंसले की कमी नहीं दिखी। नवागत कलेक्टर डाॅक्टर इलैयाराजा टी भी लोगों की उपेक्षाओं में खरे उतरे। कुर्सी से बगैर हिले उन्होंने सभी की समस्याएं पूरे 5 घंटे तक सुनी, कुछ प्रकरणों मंे तत्काल निराकरण भी किया गया।

छवि भारद्धाज के वक्त दिखी थी ऐसी भीड़
मंगलवार सुनवाई में पीड़ित लोगों की लंबी लाइन देखी गई। दूर-दराज से लोग न्याय पाने कलेक्ट्रेट पहंुचे। बहुत ऐसे लोग थे वक्त के प्रति लापरवाह थे उनने कभी सोचा नहीं था कि उनके लेट आने के बाद कलेक्टर उनकी शिकायत सुनेंगे। कलेक्ट्रेट में एक चर्चा जोरों पर थी कि ऐसी भीड़ तत्कालीन कलेक्टर छवि भारद्वाज के समय नजर आई थी। इसके पहले की बात करें तो गुलशन बामरा,महेशचंद्र चैधरी और एसएन रूपला के समय भी जनसुनवाई में भीड़ देखने को मिलती थी।
इस कारण उमड़ी भीड़
कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई के वक्त इतनी भीड़ क्यों थी इसका एक मात्र कारण नवागत कलेक्टर डाॅक्टर इलैयाराजा टी है। क्योंकि लोगों को नवागत कलेक्टर से बहुत आस है, लोगों ने कलेक्टर पर भरोसा किया है लोगों को मालूम है कि कलेक्टस से उन्हें न्याय मिलेगा। लोगों के मंशानुरूप कलेक्टर ने काम भी किया है जितनी शिकायतें जनसुनवाई में पहंुची सबको ध्यान से सुना कुछ का निराकरण भी किया।
जनसुनवाई में सारे विभाग प्रमुख मौजूद
नवागत कलेक्टर का डर कहे या फिर कुछ और। सारे विभाग के प्रमुख अधिकारी जनसुनवाई में नजर आए। इससे पहले ऐसा होता था कि कुछ विभाग के अधिकारी पहंुचते थे और कुछ के नहीं। मजेदार बात यह है कि कलेक्टर ने जनसुनवाई में पहंुचे सारे अधिकारियों से जिन शिकायतों का निराकरण तत्काल में होना था उसमें देरी नहीं की।