राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा का राष्ट्रपति और अटार्नी जनरल को लिखित निवेदन: न्याय प्रशासन को बदनाम करने वालों पर तत्काल कार्यवाही हो
नई दिल्ली एजेंसी। महाराष्ट्र सरकार के गठन और राज्यपाल की भूमिका जैसे गंभीर मुद्दे पर विचार कर रही भारत के मुख्य न्यायाधीश की संविधान पीठ के खिलाफ टिप्पणी करने वाली ट्रोल सेना के खिलाफ तत्काल कड़ी कार्यवाही हेतु महामहिम राष्ट्रपति से लिखित अनुरोध राज्यसभा सांसद श्री तन्खा ने किया है।इसके साथ अन्य सांसदों ने अटार्नी जनरल से भी मांग की है कि ट्रोल सेना के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए।राष्ट्रपति को लिखे अनुरोध में श्री तन्खा ने कहा है कि हम सभी जानते हैं कि भारत के माननीय मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ सरकार गठन और महाराष्ट्र में राज्यपाल की भूमिका के मामले में एक महत्वपूर्ण संवैधानिक मुद्दे पर सुनवाई कर रहे हैं। जबकि मामला विचाराधीन है, महाराष्ट्र में सत्ताधारी पार्टी के हित के लिए संभावित रूप से सहानुभूति रखने वाली ट्रोल सेना ने भारत के माननीय मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ एक आक्रामक शुरुआत की है। जिसके शब्द और सामग्री गंदे और निंदनीय हैं, जिसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाखों लोगों ने देखा है। ऐसे मामले में जो संविधान पीठ और सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष विचाराधीन है, ऐसा घृणित आचरण केवल तभी संभव है जब ऐसे लोगों को सत्तारूढ़ व्यवस्था का समर्थन प्राप्त हो। महामहिम और भारत में संवैधानिक और वैधानिक प्राधिकरण भारतीय न्यायपालिका की गरिमा और मर्यादा की रक्षा के लिए कर्तव्यबद्ध हैं। न्यायमूर्ति जे. एस. वर्मा ने विनीत नारायण के अपने प्रसिद्ध कथन में स्पष्ट रूप से कहा, आप हमेशा इतने ऊँचे रहें, कि यह समझें कि कानून हमेशा आपके ऊपर है”। उक्त संबंध में महान्यायवादी(अटार्नी जनरल)को भी पत्र लिखा है जिसमें श्री तन्खा के साथ शक्तिसिं
उक्त संबंध में महान्यायवादी(अटार्नी जनरल)को भी पत्र लिखा है जिसमें श्री तन्खा के साथ शक्तिसिंह गोहिल ,अमी याज्ञनिक , राघव चड्ढा ,रंजीत रतन ,दिग्विजय सिंह रामगोपाल यादव इमरान प्रतापगढ़ी प्रमोद तिवारी प्रियंका चतुर्वेदी जया बच्चन अखिलेश सिंह आदि ने महान्यायवादी(अटार्नी जनरल) से कहा है कि वे इस गंदे आचरण से स्तब्ध हैं।उन्होंने अटार्नी जनरल से मांग की है कि देश के प्रथम विधि अधिकारी होने के नाते भारत संघ के कानून और रक्षक के रूप में आपका कर्तव्य है कि आप त्वरित और सख्त कार्यवाही करें.