वाह भाई वाह आरडीयू के कर्मचारी, बीएलओ की ड्यूटी के नाम पर काट रहे थे जेल
आरडीयू पहंुचे पत्र से मचा हड़कंप

,जबलपुर यशभारत। रानीदुर्गावती विश्वविद्यालय का शायद ऐसा कोई दिन बीतता हो जहां पर विवाद न हो। हाल ही में एक पत्र को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। दरअसल पूरा मामला एक ऐसे कर्मचारी से जुड़ा है जो बीएलओ ड्यूटी के नाम पर अवकाश पर थे लेकिन वास्तव में वह जेल की हवा खा रहे थे। पत्र की मानें तो कर्मचारी किसी महिला संबंधी अपराध में जेल मेें थे और परंतु उन्होंने ये बात आरडीयू प्रशासन से छिपाई क्योंकि अगर ये बात प्रशासन को पता चलती तो उनकी नौकरी पर बात आ जाती है।
जानकारी के अनुसार पूरे घटनाक्रम के करीब 3 माह बाद अब एक पत्र विश्वविद्यालय प्रशासन को प्राप्त हुआ है। जिसमें आरोप लगाया गया है कि लंबे समय तक जेल में रहने के बाद भी उक्त कर्मचारी पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। जबकि हकीकत यह है कि विश्वविद्यालय प्रशासन को कुछ पता ही नहीं था। अब पत्र के सामने आने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने आनन फानन में संबंधित कर्मचारी को शोकॉज नोटिस देते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं शिकायत पत्र में बताए गए पुलिस थाने व भोपाल जेल अधीक्षक को पत्र भेजकर भी जानकारी मंगाई गई है।
सूत्रों की मानें तो विश्वविद्यालय की लैब में पदस्थ एक कर्मचारी की नबंवर माह में चुनाव ड्यूटी लगी थी। लिहाजा वे विश्वविद्यालय से चुनाव कार्यो में सलंग्न होने के चलते अनुपस्थित रहते थे। चुनाव निपट गए उसके बाद उक्त कर्मचारी ने वापस विश्वविद्यालय में आमद भी दे दी। इसी दौरान फरवरी 2024 में विश्वविद्यालय को एक महिला का पत्र प्राप्त हुआ। जिसमें आरोप लगाया गया है कि कर्मचारी जब चुनाव ड्यूटी के नाम पर विश्वविद्यालय से निकले थे। उस दौरान वे भोपाल के जेल में महिला संबंधी अपराध में निरूद्ध थे। शासकीय कर्मचारी सेवा शर्तो के तहत 24 घंटे से ज्यादा किसी के जेल में रहने पर उसे निलंबित कर दिया जाता है। शिकायत पत्र में आरोप है कि संबंधित कर्मचारी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिसके बाद अब विश्वविद्यालय प्रशासन ने पूरे मामले में जांच शुरू कर दी है।