शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में हुआ बाल अपराध व बाल संरक्षण पर कार्यशाला का आयोजन

बचपन को सुरक्षित कर उनका बेहतर भविष्य बनाने की दिशा में प्रयास शुरू किए जाएं – न्यायाधीश दिनेश सिंह राणा
बच्चों से दुर्व्यवहार एवं उत्पीड़न सिर्फ कानूनी ही नहीं बल्कि सामाजिक रूप से भी अपराध – प्राचार्य डॉ सरोज गुप्ता
सागर/ शासकीय कला एवं वाणिज्य (अग्रणी) महाविद्यालय सागर में बाल अपराध व बाल संरक्षण पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ सरोज गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव तथा मुख्य अतिरिक्त जिला न्यायाधीश दिनेश सिंह राणा व न्यायिक मजिस्ट्रेट अंकित श्रीवास्तव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में एनएसएस जिला समन्वयक डॉ संगीता मुखर्जी, कार्यक्रम अधिकारी डॉ अभिलाषा जैन, संतोष सेन, आवाज जिला समन्वयक मालती पटेल, वालिंटियर प्रियंका सेन व अंजलि कोरी ने अतिथियों को पौधे देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ अभिलाषा जैन ने किया। कार्यक्रम का आयोजन आवाज जिला समन्वयक मालती पटेल के सहयोग से किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष दिनेश सिंह राणा ने कहा कि सामाजिक विषमताओं के चलते देश में बाल अपराध तथा बाल दुरव्यापार तेजी से बढ़ रहा है। आज समाज की यह जिम्मेदारी है कि बचपन को सुरक्षित कर उनका बेहतर भविष्य बनाने की दिशा में प्रयास शुरू किए जाएं। उन्होंने बच्चों के साथ होने वाले बाल अपराधों की प्रवृत्तियों पर चर्चा करते हुए इन्हें रोकने की अपेक्षा व्यक्त की। न्यायिक मजिस्ट्रेट अंकित श्रीवास्तव ने बाल अपराधों और दुर्व्यवहार के संबंध में विभिन्न कानूनी प्रावधानों पर चर्चा करते हुए बाल अपराधों की रोकने की दिशा में मजबूत कदम बताया।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ सरोज गुप्ता ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि आज का बचपन ही कल के बेहतर भारत का भविष्य है। बच्चों के साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार एवं उत्पीड़न सिर्फ कानूनी ही नहीं बल्कि सामाजिक रूप से भी अपराध की श्रेणी में आता है। इसके लिए न केवल सरकार बल्कि समाज को भी बचपन को सुरक्षित और संरक्षित करने की दिशा में प्रयास करना चाहिए।
कार्यक्रम में डॉ प्रतिभा जैन, डॉ दीपक जॉनसन, डॉ जयनारायण यादव, आवाज वालिंटियर प्रियंका सेन, व अंजलि कोरी सहित एनएसएस छात्र एवं छात्र इकाई के वॉलिंटियर्स तथा शैक्षणिक स्टाफ व बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित थे।