ट्रोलिंग के तीर, पर नहीं डगमगाया प्यार,11 साल बाद शादी करने वाले ऋषभ,सोनाली की कहानी बनी मिसाल
कॉलेज फ्रेंडशिप से रिश्ते का सफर

ट्रोलिंग के तीर, पर नहीं डगमगाया प्यार,11 साल बाद शादी करने वाले ऋषभ,सोनाली की कहानी बनी मिसाल
जबलपुर, यश भारत। सोशल मीडिया पर इन दिनों जबलपुर का एक नवविवाहित कपल चर्चा में है। ग्वारीघाट निवासी ऋषभ राजपूत और डिंडोरी की सोनाली चौकसे की प्रेमकहानी इसलिए सुर्खियों में है क्योंकि 11 साल के प्यार और परिवार की सहमति से शादी करने के बाद भी इस जोड़े को रंगभेद वाली टिप्पणियों का सामना करना पड़ा।
कॉलेज फ्रेंडशिप से रिश्ते का सफर
ऋषभ और सोनाली की मुलाकात 11 वर्ष पहले कॉलेज में हुई। दोस्ती बढ़ी, रिश्ता गहराया और पढ़ाई पूरी करने के बाद दोनों ने प्राइवेट सेक्टर में अच्छी नौकरियां हासिल कीं। अलग-अलग जातियों के बावजूद परिवार साथ आए और शादी हो गई।
वायरल वीडियो बना बहस का कारण
शादी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही ट्रोलिंग की बाढ़ आ गई। दूल्हे के डार्क कॉम्प्लेक्शन को लेकर भद्दे कमेंट हुए, सोनाली पर ‘गोल्ड डिगर’ तक के आरोप लगाए गए और कई यूज़र्स ने इसे किसी सरकारी अधिकारी या पेट्रोल पंप मालिक से जोड़कर अनर्गल बातें फैलाईं।
चोट लगी, पर भरोसा और मजबूत हुआ
शुरुआत में कपल ने ट्रोलिंग को मजाक समझा, लेकिन जब टिप्पणियाँ परिवार तक पहुँचने लगीं, तो चिंता बढ़ी। इसके बावजूद दोनों ने संयम बनाए रखा।ऋषभ बोले रंग पर टिप्पणी दुखद है। रिश्तों की खूबसूरती रंग नहीं, सम्मान तय करता है। सोनाली ने कहा समाज की संकीर्ण सोच बदलना जरूरी है। हम किसी के रंग नहीं, व्यक्ति की सोच और चरित्र को महत्व दें।
कपल का संदेश,रंग नहीं, काबिलियत मायने रखती है
दोनों का कहना है कि रंग किसी की क्षमता का पैमाना नहीं होता, यह ईश्वर की दी हुई पहचान है। ट्रोलिंग के बाद भी रिश्ता मजबूत हुआ और वे इसे सकारात्मक तरीके से लेकर आगे बढ़ रहे हैं।







