कांग्रेस कि जन आक्रोश यात्रा में जमकर विवाद:- मारपीट से लेकर गाली गलौज के चले दौर, मंच छोड़ निकल गए अजय सिंह
जबलपुर यश भारत। पिछले चार दिनों से जबलपुर में चल रही जन आक्रोश यात्रा में जमकर विवाद सामने आ रहे हैं छोटे-मोटे विवादों को छोड़ दें तो कई जगहों पर तो टिकट के दावेदार ही आपस में जूझ रहे हैं। राजनीतिक रस्साकशी तो ठीक है। स्थितियां मारपीट और गाली गलौज तक पहुंच रही है । जिले में यात्रा के पहले दिन से ही विवादों की शुरुआत हो गई थी। जो लगातार चल रही है। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस पूरे प्रदेश में जन आक्रोश यात्रा निकाल रही है जो 27 सितंबर को सिहोरा के रास्ते जबलपुर आई हुई थी और वह पाटन, पनागर, केंट विधानसभा से होते हुए बरगी विधानसभा से नरसिंहपुर की ओर रवाना हो जाएगी।
अध्यक्ष ने जड़ा दावेदार को तमाचा
जानकारी के मुताबिक पाटन विधानसभा अंतर्गत मझौली में हुए कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस नगर अध्यक्ष और पाटन से टिकट मांग रहे कांग्रेस के नेता के बीच जमकर विवाद हो गया था। विवाद इतना बढ़ गया कि कांग्रेस नगर अध्यक्ष ने दावेदार को एक चांटा रसीद कर दिया। इसके बाद कार्यक्रम स्थल पर विबाद की स्थिति निर्मित हो गई थी। लेकिन थोड़ी ही देर बाद दोनों ही नेताओं में समझौता करवा दिया गया और दोनों एक दूसरे से गले मिले लेकिन यात्रा के दौरान हुई मारपीट जमकर सुर्खियां बटोर रही है।
मंच के विवाद में अजय सिंह ने छोड़ा मंच
यात्रा के दूसरे दिन पनागर विधानसभा में जन आक्रोश यात्रा के दौरान एक बार फिर से विवाद देखने को मिला। जहां कांग्रेस के साथ बगावत का आप झेल रहे एक नेता का स्वागत मंच स्थगित कर दिया गया और उक्त नेता को दूसरे नेता के मंच पर जाकर स्वागत करने का आदेश दे दिया गया। जिसके बाद कांग्रेस के कई नेता आपस में उलझ गए और स्थिति नारेबाजी से होते हुए गाली गलौज पहुंच गई। मामला बिगड़ता देख यात्रा का संचालन कर रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय सिंह राहुल तत्काल मौके से निकल लिए और थोड़ी देर बाद दूसरे दिन की यात्रा ही स्थगित कर दी गई।
कैंट में बाहरी का घमासान
यात्रा के तीसरे दिन कैंट विधानसभा में भी कांग्रेस के भीतरी मतभेद जमकर सामने आए जहां कई स्थानों पर बाहरी प्रत्याशी का मुद्दा गरमाया रहा। इस सीट से महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू का नाम चल रहा था। लेकिन कुछ दिनों पहले उन्होंने स्पष्ट रूप से स्वीकार कर लिया था कि वह इस बार केन्ट विधानसभा से चुनाव लड़ने का मन नहीं बना रहे हैं। उसके बाद भी बाहरी प्रत्याशी को लेकर यात्रा के दौरान कई जगह नारेबाजी और विवाद देखने को मिले।