पकड़े गए तिलवारा गोलीकाण्ड के गोलीबाज, डिंडोरी से उठा लाई आरोपी को थाने की टीम, दूसरे आरोपी की दूसरे मंजिल से कूदकर भागने के चक्कर में टूटी टांग, वहीं घटना के मास्टरमाइंड तक पहुंची पुलिस, गांजे के व्यापार की प्रतिद्वंद्वता के चलते चली थी गोली
जबलपुर यश भारत। तिलवारा थाना अंतर्गत रविवार को दोपहर में गोली चलाने वाले आरोपियों को थाने की टीम द्वारा डिंडोरी व दूसरे आरोपी को उसके घर से उठा लिया गया है।तिलवारा थाना प्रभारी बृजेश मिश्रा ने बताया कि 2 दिन पूर्व संजय उपाध्याय नाम के एक युवक पर दो युवक अंकुश बैरागी उर्फ काला और अनुज खटीक द्वारा गोली चलाई गई थी, पहले यह घटना रमनगरा के पास करने की कोशिश की गई, परंतु उस वक्त संजय को गोली नहीं लग पाई और वह थाने पहुंचकर शिकायत करने में सफल रहा, परंतु थाने से निकलने के कुछ देर बाद ही शाहनाला के पास संजय पर इन दोनों द्वारा गोली चला दी गई ।घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर थाना प्रभारी द्वारा टीम तैयार की गई ।पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर इन सभी आरोपियों को डिंडोरी में होना पाया गया। इसके बाद तिलवारा थाने की टीम डिंडोरी पहुंच गई और वहां से अंकुश बैरागी को घर से उठा लिया जिसमें कि उनके पास से दो पिस्टल और तलवार चाकू बरामद की गई .
सेकेंड फ्लोर से कूदने पर बदमाश अनुज खटीक की टूटी टांग
वहीं दूसरी तरफ मामले का दूसरा आरोपी अनुज खटीक को पकड़ने जब पुलिस उसके घर पहुंची तब अनुज खटीक मौका पाकर अपने घर के सेकंड फ्लोर के कूद कर भागने लगा जिससे कि उसकी टांग टूट गई । विदित हो कि इस अपराधी पर पूर्व में 13 मामले दर्ज है इसमें तीन मामले हत्या के प्रयास के हैं और पूर्व में भी गोली चलाने की वारदात में यह शामिल रह चुका है।
गांजे के व्यापार के चलते आपसी प्रतिस्पर्धा में चलाई थी गोली
पूछताछ के दौरान अंकुश ने बताया कि पहले सारंग रैकवार संजय उपाध्याय के भाई सभी मिलकर क्षेत्र में गांजे का व्यापार करते थे। कुछ दिन बाद सारंग जब जेल चला गया तो संजय और संजय के भाई ने अकेले ही व्यापार शुरू कर दिया बस यही बात सारंग कोई नागवार गुजरी और इस घटना के मुख्य षड्यंत्रकारी सारंग रैकवार ने अपने दोनों शूटर अंकुश और अनुज को गोली चलाने भेज दिया। जिसके बाद दोनों ने संजय पर गोली चलाने की घटना को अंजाम दिया।
घटना का मास्टरमाइंड कभी भी हो सकता है गिरफ्तार
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना के दोनों शूटर अंकुश और अनुज पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिए गए । वहीं दूसरी तरफ घटना का मुख्य षड्यंत्रकारी संजय अहिरवार उर्फ सारंग कभी भी पुलिस की गिरफ्त में हो सकता है अर्थात मामले को पुलिस ने दो दिन के अंदर ही पूरा सॉल्व कर लिया।
आरोपियों को पकड़ने में इनकी रही मुख्य भूमिका
सभी आरोपियों को पकड़ने में निरीक्षक बृजेश मिश्रा थाना प्रभारी तिलवारा, उनि अभिषेक कैथवास, प्रआर. राजेश धुर्वे, महेन्द्र पटेल, जयशंकर चौहान, सतीश शुक्ला आर. सुनील परवारी, राहुल सनोडिया, अभय बघेल, पीन्टू कुमार की मुख्य भूमिका रही
गांजे के व्यापार करने को लेकर पुरानी रंजिश के तहत इन युवकों द्वारा गोली चलाई गई थी, जिन्हें पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और एक आरोपी की तलाश जारी है जो कि जल्द ही पुलिस की गिरफ्त मेंहोगा ।
बृजेश मिश्रा
थाना प्रभारी, तिलवारा