
जालंधर, एजेंसी। पंजाब के जालंधर में तैनात डीएसपी का शव नहर के पास सड़क पर मिलने से सनसनी फैल गई है। क्षेत्र में हड़कंप मच गया। डीएसपी दलबीर सिंह वेटलिफ्टिंग के खिलाड़ी थे। उन्हें उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण साल 2000 में अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
शुरुआत में यह अंदेशा जताया गया था कि उनकी मौत सड़क हादसे में हुई है। लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उनकी गर्दन में गोली फंसी हुई मिली। सूचना के बाद एडीसीपी बलविंदर सिंह रंधावा टीम के साथ मौके पर पहुंचे। हालांकि पुलिस अभी सीएसपी की सर्विस पिस्टल की तलाश में जुटी है।
जानकारी के अनुसार डीएसपी का जालंधर के एक गांव में कुछ लोगों के साथ झगड़ा हो गया था। इस दौरान उन्होंने अपनी पिस्टल से हवाई फायर भी किया था। इसके बाद अगले दिन गांव के लोगों ने ही सुलह करवा दी थी। मामले की जानकारी देते हुए एडीसीपी बलविंदर सिंह ने बताया कि उन्हें फोन पर नहर के पास किसी की लाश होने की सूचना मिली। हम मौके पर पहुंचे तो पता चला ये डीएसपी दलबीर सिंह थे। मामले में जालंधर के पुलिस आयुक्त स्वप्न शर्मा ने कहा कि उनका एक पैर कुचला हुआ था उनके सिर में भी चोट के निशान थे। फिलहाल हम मामले की जांच कर रहे हैं। वहीं डीएसपी के दोस्तों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि 31 दिसंबर की रात पार्टी करने के बाद हमने उनको बस स्टैंड के पीछे छोड़ा था।
रात में उनके साथ उनके गार्ड भी नहीं थे। ऐसे में माना जा रहा है कि शराब के नशे के उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। हालांकि गोली उनकी पिस्टल से मारी गई या किसी और से इसको लेकर अभी जांच की जा रही है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है। जांच के लिए वह बस स्टैंड के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।