गेहूं खरीदी में सर्वेयर का खेल, कई गोदाम पूरे भरे तो बहुतों में एक दाना नहीं पहुंचा
सहकारी समिति, समूह और प्राइवेट कंपनी के लगे हैं सर्वेयर

जबलपुर, यशभारत। गेहूं खरीदी को लेकर लगातार गड़बड़ियां हो रही है अब सर्वेयर की भूमिका पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। जिले में सर्वेयर अपनी मनमानी से सर्वे कर रहे हैं जिसके कारण स्थिति ऐसी हैं कि कुछ गोदामें खाली हैं और कुछ में गेहूं भर चुका है।
जानकारी के अनुसार गेहूंू खरीदी के लिए तैनात किए गए सर्वेयर अपनी मनमानी में उतारू हैं, शिकायतें प्राप्त हो रही हैं कि सर्वेयर चहेते गोदामों को भरवाने के लिए क्वालिटी हीन गेहूं भी ओके कर रहे हैं जबकि कुछ गोदाम ऐसे हैं जहां गेहूं का एक दाना भी नहीं रखा गया है। सबसे हैरानी की बात तो यह है कि जिम्मेदार अधिकारियों को सर्वेयरों की मनमानी के बारे में पूरी जानकारी बाबजूद कार्रवाई नहीं की जा रही है।
40 फीसदी गेहूँ का उत्पादन कम हुआ
जिले में समर्थन मूल्य पर खरीदी की जा रही है परन्तु क्वालिटी के कारण गेहूँ की खरीदी में बीते वर्षों के जैसी तेजी नहीं आ रही है। इसके कारण अभी तक मात्र करीब 10 लाख क्विंटल की खरीदी ही की जा सकी है। हालांकि इस संबंध में अधिकारियों का कहना है कि इस वर्ष करीब 40 फीसदी गेहूँ का उत्पादन कम हुआ है इसके कारण खरीदी भी कम होने की संभावना है।
किसानों का कहना मापदण्डों ने कमर तोड़ दी
जिले में समर्थन मूल्य पर चल रही खरीदी को लेकर किसानों का कहना है कि चूंकि इस वर्ष सरकार द्वारा क्वालिटी के मापदण्ड बहुत कड़े कर दिए हैं इसके कारण खरीदी केन्द्रों में अच्छी क्वालिटी का गेहूँ होने के बावजूद माल को रिजेक्ट किया जा रहा है। इससे किसान परेशान हो रहे हैं। इसके साथ ही बहुत से किसानों को अपनी फसल को मंडी में भी समर्थन मूल्य से कम दाम पर बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। समर्थन मूल्य पर गेहूँ की खरीदी तिथि अब बढ़ाकर 20 मई कर दिया गया है।
करीब सौ केन्द्रों में तुलाई शुरू
डीएमओ अर्पित तिवारी ने बताया कि जिले में करीब सौ केन्द्रों में गेहूँ की तुलाई शुरू हो गई है। इसके साथ की 96 फीसदी गेहूँ का परिवहन भी कर लिया गया है। उत्पादन कम होने के कारण इस वर्ष तय लक्ष्य पाना बहुत मुश्किल है। गत वर्ष समर्थन मूल्य पर 3.06 मीट्रिक टन गेहूँ की खरीदी की गई थी। सरकार द्वारा क्वालिटी में भी कुछ छूट दी गई है इसके कारण आने वाले दिनों में गेहूँ की तुलाई में और तेजी आने की संभावना है।
सर्वेयर की रिपोर्ट के बिना खरीदी संभव नहीं
सरकार ने अच्छी गुणवत्ता का गेहूं खरीदने के लिए सर्वेयर नियुक्त कराए हैं। इनकी रिपोर्ट अनिवार्य है। सर्वेयर दाना चौक करेंगे। इसके बाद ही गेहूं खरीदकर गोदाम में रखा जाएगा। इधर सोसायटियों को यह भी पता नहीं कि उनके खरीदी केंद्र के लिए किस सर्वेयर को नियुक्त किया गया है।