वायनाड में जलप्रलय में अबतक 151 की मौत,220 से ज्यादा लापता : मदद को सेना ने बढ़ाया हाथ, फिर जारी किया रेड अलर्ट
वायनाड, एजेंसी। केरल के वायनाड में दिनभर का काम निपटाकर लोग नींद की गहराइयों में डूबे थे, उन्होंने कभी सोचा नहीं होगा कि यह रात उनकी आखिरी रात होगी, वे सुबह-सुबह जिस पहाड़ को देखते हुए उठते थे, वही उनपर काल बनकर टूटेगा.
वायनाड के दो जगहों पर भारी लैंडस्लाइड मंगलवार के तड़के तकरीबन 2 से 4 बजे के करीब हुआ. लैंडस्लाइड के मलबे में दबने से लगभग 151 लोगों की मौत हो चुकी है । &000 लोगों को बचाया गया है, जबकि अब भी कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। 116 अस्पताल में हैं, जबकि 220 से Óयादा लोगों के लापता होने की खबर है। भारतीय आर्मी की देखरेख में बचाव अभियान तेज कर दिया गया है. साथ रेस्क्यू टीम (एनडीआरएफ & एसडीआरएफ) लगातार बचाव अभियान में लगी हुई है. स्निफर डॉग को भी अभियान में शामिल कर लिया गया है. वहीं, भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) की मानें तो खतरा अभी टला नहीं है. वायनाड के पहाड़ी जिले और केरल के सभी उत्तरी जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. अगले 24 घंटों के भीतर अत्यधिक भारी बारिश संभावना है. सेना के अधिकारी ने बताया कि भूस्खलन के बाद लोगों की मदद और बचाव अभियान में तेजी के लिए भारी मशीनों और स्निफर डॉग की टीमों को हेलिकॉप्टर से पहुंचाया जा रहा है.
साथ ही भारतीय केस्ट गार्ड फोर्स ने अपनी आपदा राहत टीमें भी घटनास्थल पर भेजी हैं. वहीं केरल में आज भी भारी बारिश का अलर्ट है। स्कूल और कॉलेज में छुट्टी घोषित की गई है। पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा के वायनाड जाने की योजना थी, लेकिन खराब मौसम के कारण दोनों ने दौरा रद कर दिया है। बचावकर्मियों को नदियों और कीचड़ से लोगों के क्षत-विक्षत अंग मिल रहे हैं।
वायनाड में मंगलवार को भूस्खलन के बाद ही सेना की टीम को सर्च ऑपरेशन के लिए लगा दिया गया था. मंगलवार को लगभग 225 फौजियों की चार टुकडिय़ां रेस्क्यू में लगी हुईं थी. इनके अलावा, कम से कम 140 जवानों वाली दो और टुकडिय़ों को तिरुवनंतपुरम में स्टैंडबाय पर रखा गया है, ताकि किसी आपात स्थिति में उन्हें हवाई मार्ग से घटना स्थल तक ले जाया जा सके. साथ ही सेना मानवीय सहायता और आपदा प्रतिक्रिया की मदद और समन्वय के लिए कोझीकोड में एक कमांड-एंड-कंट्रोल सेंटर बनाई है.
हेलिकॉप्टर से किया जा रहा जांच
बाचाव टीम ने बताया कि वायनाड के प्रभावित क्षेत्र की हेलीकॉप्टर से जांच की जा रही है. यह श्योर किया जा रहा है कोई छुटे नहीं. साथ ही बचाव अभियान को सही दिशा में ले जाने के लिए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है. वहीं, भूतपूर्व सेना के अधिकारियों के लिए बने ईसीएचएस पॉलीक्लिनिक कलपेट्टा ने बाढ़ से बचाव ऑपरेशन के लिए डॉक्टर और नर्सिंग हेल्प के साथ मेडिकल दवाओँ के में मदद कर रहे हैंl