जिम्मेदारी के साथ थामा सपना: नवजात को गोद में लेकर दिया इंटरव्यू, मैहर की वर्षा पटेल अब बनेंगी DSP
कहते हैं कि अगर हौसले बुलंद हों, तो कोई भी मुश्किल मंज़िल तक पहुंचने से रोक नहीं सकती

जिम्मेदारी के साथ थामा सपना: नवजात को गोद में लेकर दिया इंटरव्यू, मैहर की वर्षा पटेल अब बनेंगी DSP
मैहर: कहते हैं कि अगर हौसले बुलंद हों, तो कोई भी मुश्किल मंज़िल तक पहुंचने से रोक नहीं सकती। इस कहावत को मैहर के एक छोटे से गांव भरेवा की वर्षा पटेल ने सच कर दिखाया है। कठिन परिस्थितियों और प्रसव के बावजूद उन्होंने एमपीपीएससी परीक्षा 2022 में महिला वर्ग में पहला स्थान हासिल कर उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) का पद प्राप्त किया है।
वर्षा की इस कामयाबी में उनके परिवार और पति संजय पटेल का बड़ा योगदान रहा। वर्षा ने पांच बार एमपीपीएससी की परीक्षा दी, जिसमें से तीन बार वे इंटरव्यू तक पहुंचीं। आखिरकार पांचवीं बार में उन्हें सफलता मिली। उनकी सफलता इसलिए भी खास है क्योंकि जब वे इंटरव्यू देने गईं, तब उनकी बेटी सिर्फ 27 दिन की थी। 22 जुलाई 2025 को बेटी श्रीजा को जन्म देने के बाद, वर्षा 18 अगस्त को अपनी नवजात बच्ची को गोद में लेकर इंटरव्यू देने पहुंचीं और अपने आत्मविश्वास से सफलता हासिल की।
दमोह में अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद वर्षा ने बायोलॉजी में स्नातक किया और लोकसेवा आयोग की तैयारी शुरू की। 2015 में पिता के निधन के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी। 2017 में उनका विवाह रामनगर निवासी संजय पटेल से हुआ। पति ने उनके सपनों को साकार करने के लिए अपनी नौकरी भी छोड़ दी और उन्हें पढ़ाई के लिए इंदौर भेजा।
वर्षा पहले से ही रीवा दुग्ध संघ में डेली डाक सहायक पद पर कार्यरत थीं, लेकिन अब एमपीपीएससी 2022 के नतीजों के बाद उनका चयन डीएसपी के पद पर हुआ है। अपनी सफलता पर भावुक होकर वर्षा ने कहा कि यह सिर्फ उनकी नहीं, बल्कि उनके पूरे परिवार और मैहर के लिए गर्व का क्षण है।







