धनपुरी स्कूल में शिक्षिका पर गंभीर आरोप: मोबाइल चलाने, धमकाने और बच्चों में डर पैदा करने पर ग्रामीण हुए आंदोलित

जबलपुर: एकीकृत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय धनपुरी में 28 अप्रैल 2025 को हुए जनपद पंचायत उपाध्यक्ष रामेश्वर साहू के एक आकस्मिक निरीक्षण ने स्कूल के अंदर की एक चौंकाने वाली सच्चाई सामने ला दी है। बच्चों की शिकायतों के आधार पर की गई इस जांच में शिक्षिका सुषमा बेन पर लगे आरोप सही पाए गए हैं। इनमें कक्षा में मोबाइल चलाना, बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करना और उन्हें “हरिजन एक्ट में फंसाने की धमकी” देना शामिल है। इन गंभीर आरोपों के बाद, शिकायत करने वाले बच्चे स्कूल आने से डर रहे हैं। ग्रामीणों ने तत्काल शिक्षिका को हटाने की मांग की है और चेतावनी दी है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे आंदोलन करेंगे।
निरीक्षण ने खोली पोल, बच्चों के आरोप सही पाए गए
28 अप्रैल 2025 को धनपुरी के एकीकृत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का अचानक निरीक्षण किया गया। यह निरीक्षण सीधे बच्चों द्वारा शिक्षिका सुषमा बेन के खिलाफ की गई शिकायतों के बाद हुआ था। निरीक्षण के दौरान, टीम ने पाया कि बच्चों द्वारा लगाए गए आरोप बिलकुल सही थे। शिक्षिका को मोबाइल चलाते हुए देखा गया, जो बच्चों के आरोपों की पुष्टि करता है।
बच्चों ने बयां किया डर और दुर्व्यवहार की कहानी
निरीक्षण के दौरान, गांव की सरपंच, सचिव, उपसचिव और पंचों को बुलाया गया और एक पंचनामा तैयार किया गया। शिकायतकर्ता बच्चों के बयान भी दर्ज किए गए, जिसमें उन्होंने शिक्षिका के खिलाफ कई गंभीर बातें बताईं। बच्चों के अनुसार, मैडम सुबह 11 बजे स्कूल आती हैं और 12 बजे ही चली जाती हैं। जब वह कक्षा में होती हैं, तो पढ़ाने के बजाय लगातार मोबाइल चलाती रहती हैं। इतना ही नहीं, ऑफिस में भी वह सोफे पर लेटकर मोबाइल चलाती रहती हैं।
बच्चों ने यह भी बताया कि जब वे पढ़ाई के बारे में पूछते हैं, तो मैडम उन पर चिल्लाती हैं और पिटाई भी करती हैं। सबसे चौंकाने वाला आरोप यह है कि जब बच्चे उन्हें पढ़ाने के लिए कहते हैं, तो मैडम उन्हें “हरिजन एक्ट में फंसाने की धमकी” देती हैं। बच्चों ने यह भी बताया कि शिक्षिका ने उन्हें यह कहकर डराया है कि “तुम्हारी शिकायत पर मेरे 1 लाख रुपये लगे हैं, मैं तुम लोगों को छोडूंगी नहीं।” इस डर के कारण, शिकायत करने वाले बच्चे अब स्कूल नहीं आ पा रहे हैं।
ग्रामीणों की सख्त चेतावनी: ‘शिक्षिका को हटाओ, नहीं तो होगा आंदोलन’
इस पूरे घटनाक्रम से क्षेत्रीय जनता में भारी रोष है। ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों से शिक्षिका सुषमा बेन को तत्काल उनके पद से हटाने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर शिक्षिका को नहीं हटाया गया, तो क्षेत्रीय जनता बड़ा आंदोलन करेगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी संबंधित अधिकारी की होगी। यह मामला शिक्षा विभाग के लिए एक गंभीर चुनौती बन गया है, और बच्चों को भयमुक्त और बेहतर शिक्षा का माहौल देने के लिए तत्काल और ठोस कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।