
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंगलवार को एससीओ शिखर सम्मेलन की वर्चुअल बैठक हुई। शिखर सम्मेलन में चीन, पाकिस्तान, रूस समेत अन्य सदस्य देशों के शामिल हुए।
बैठक में पाकिस्तान से प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ जुड़े हैं। वहीं चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन समेत सदस्य देशों के अन्य नेता शामिल हुए। इस दौरान क्षेत्रीय सुरक्षा, आर्थिक कनेक्टिविटी और व्यापार सहित प्रमुख मुद्दों पर चर्चा हुई।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने बिना नाम लिए पाकिस्तान को घेरा। उन्होंने कहा, कुछ देश क्रॉस बॉर्डर टेररिज्मको अपनी नीतियों को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल करते हैं। आतंकवादियों को पनाह देते हैं। SCO को ऐसे देशों की आलोचना में कोई संकोच नहीं करना चाहिए।पीएम मोदी ने कहा, पिछले दो दशकों में, एससीओ एशियाई क्षेत्र की शांति, समृद्धि और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है। हम इस क्षेत्र को न केवल एक विस्तारित पड़ोस के रूप में, बल्कि एक विस्तारित परिवार के रूप में भी देखते हैं।SCO के अध्यक्ष के रूप में भारत ने हमारे बहुआयामी सहयोग को नई उचाईयों तक ले जाने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। इन सभी प्रयासों को हमने दो सिद्धांतों पर आधारित किया है।हमें मिलकर यह विचार करना चाहिए कि क्या हम एक संगठन के रूप में हमारे लोगों की अपेक्षाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने में समर्थ हैं?