रानीदुर्गावती विश्वविद्यालय छात्रावास में पकड़ने पहुंची पुलिस तो छात्रों ने किया हंगामा
घंटों चली गहमा-गहमी के बाद 1 आरोपित छात्र को पुलिस लेकर आई थाना

कुलसचिव के साथ छात्रों द्वारा की गई अभद्रता का मामला
जबलपुर,यशभारत। रानीदुर्गावती विश्वविद्यालय के देवेंद्र छात्रावास में मंगलवार दोपहर को उस वक्त हंगामा हो गया जब छात्रों को गिरफ्तार करने आई पुलिस कर्मियों के साथ छात्रावास के छात्रों ने कहा कि वे एक पक्षीय कार्यवाही न करें, उनकी बातें भी सुनें। जिन तीन छात्रों की नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है उनमें से पुलिस ने सोमदत्त यादव को पुलिस ने छात्रावास से गिरफ्तार किया तो उसके साथियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। घंटों चले हंगामे के बीच सिविल लाइन पुलिस छात्र सोमदत्त यादव को सिविल लाइन पुलिस थाना लेकर आई और मामले के संबंध में पूछताछ करनी शुरू की। उधर गत दिवस आरडीवीवी के कुलसचिव डॉ. दीपेश मिश्र के कार्यालय में घुसकर देवेंद्र छात्रावास के 3 छात्रों का फुटेज मंगलवार को आरडीवीवी प्रशासन द्वारा जारी किया गया है।
इस कारण छात्रों में आक्रोश व्याप्त
आरडीवीवी के कुलसचिव डॉ. दीपेश मिश्र ने बताया कि कुछ समय पहले उन्होनें सिविल लाइन पुलिस से रैगिंग करने वाले छात्रों के अपराध की सूची बुलवाई थी जिसके बाद से देवेंद्र छात्रावास के छात्रों में आक्रोश व्याप्त है।

कर्मचारियों ने काम रखा बंद
कुलसचिव डॉ. दीपेश मिश्र के साथ छात्रावास के छात्रों द्वारा की गई अभद्रता और जान से मारने की धमकी देने के बाद रानीदुर्गावती विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने कुलसचिव का समर्थन करते हुए मंंगलवार को हड़ताल शुरू कर दी। इस दौरान कर्मचारियों ने कार्यालयीन कार्य को बंद रखा। इस संबंध में रानीदुर्गावती के शैक्षणिकता कर्मचारी संंघ के अध्यक्ष प्रेम पुरोहित ने बताया कि कुलपति से हम सभी कर्मचारियों ने मांग की है कि छात्रवास के ऐसे सभी उपद्रवी छात्रों को तत्काल हटाया जाए तो आए-दिन प्रदर्शन, नारेबाजी कर शैक्षणिक माहौल खराब करते आ रहे हैं।
जल्द उपद्रवी नहीं हटे तो 500 कर्मचारी जाएंगे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर
अध्यक्ष ने कुलपति से स्पष्ट कहा है कि जब तक ऐसे उपद्रवी छात्रों को देवेंद्र छात्रावास से हटाया नहीं जाता तब तक रानी दुर्गावती के करीब 500 कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगेे। जानकारी के अनुसार गत दिवस रानीदुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. दीपेश मिश्र ने सिविल लाइल पुलिस थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि जब वे कार्यालय में थे, तो देवेंद्र छात्रावास के 3 छात्र सोमदत्त, अभिनव तिवारी और सुरेंद्र उनके कार्यालय में जबर्दस्ती घुसे और अभद्रता करते हुए घर में घुसकर मारने की बात कहने लगे, जब उनके द्वारा विरोध किया गया तो उन्हें छात्रों द्वारा जान से मारने की धमकी दे दी गई।