1532 करोड़ यूनिट विद्युत उत्पादन करने का साक्षी बना रानी अवन्ती बाई सागर जल विद्युतगृह बरगी
नजदीकी गांव में दिया जा रहा आउट सोर्स के माध्यम से रोजगार
जबलपुर,यशभारत। रानी अवन्ती बाई सागर जल विद्युतगृह बरगी , स्थापना वर्ष 1988 से आज तक करीब 1532 करोड़ यूनिट विद्युत उत्पादन कर चुका है। इसकी दोनों इकाईयां अभी भी फुल लोड (45 मेगावाट) पर सफलतापूर्वक लगागार चल रही हैं। विद्युत गृह ने पिछले साल 427 मिलियन यूनिट का लक्ष्य समय से पूर्व हासिल किया था। दोनों यूनिट्स की उपलब्धता 88 प्रतिशत है, जो निर्धारित मानक से बेहतर है। जानकारी के अनुसार रानी अवन्ती बाई सागर जल विद्युत गृह बरगी से नजदीकी गांव बिजौरा को 24 घंटे निर्बाध जलापूर्ति दी जा रही है। इसके साथ ही आउट-सोर्सिंग के माध्यम से स्थानीय लोगों को रोजगार भी दिया जा रहा है। यह जानकारी बरगी पावर हाउस के एसई विवेक बाझल ने दी है।
35 वर्ष पूरे, नवीनीकरण शुरू ,,,
विद्युत गृह को 35 वर्ष हो चुके हैं, इसके मददेनजर इसके नवीनीकरण एवं आधुनिकीकरण का कार्य शुरू हो चुका है। इसकी आर एल ए स्टडी पूरी हो गई है। डीपीआर बन रही है। इसके साथ-साथ एवीआर, गर्वनर, स्विच यार्ड उपकरण, सीओटू फायर फाइटिंग सिस्टम इत्यादि का नवीनीकरण पूर्ण हो चुका है। कन्ट्रोल, रिले पैनल बदलने का कार्य शुरू हो रहा है।
पावर हाउस व रेस्ट हाउस के सौंदर्यीकरण का काम शुरू ,,,
पावर हाउस एवं रेस्ट हाउस के सौंदर्यीकरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके अन्तर्गत पॉवर हाउस के अंदर आधुनिक कांफ्रेंस हाल, विभिन्न कक्षों का निर्माण तथा फर्नीचर खरीदने, लैन्डस्केपिंग ,रेस्ट हाउस के सभी कमरों का नवीकरण, लैंडस्केपिंग का कार्य शुरू किया जा रहा है। कर्मचारियों के लिये सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। स्क्रैप से मॉडल, कक्ष, पार्किंग शेड, ट्रीगार्डस बनाए जा रहे हैं। प्रकाश व्यवस्था को बेहतर बनाया जा रहा है।
15 अगस्त को पौधारोपण ,,,
एसई विवेक बाझल ने बताया कि हर वर्ष 15 अगस्त को मध्य प्रदेश पॉवर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड के प्रबंध संचालक मंजीत सिंह और वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा वृहद स्तर पर पौधारोपण किया जाता है। इस वर्ष भी तैयारियां की जा रहीं हैं। रानी अवन्ती बाई सागर जल विद्युत गृह बरगी में अभी तक रोपित किए गए सभी पौधे सुरक्षित एवं पल्लवित हो रहे हैं।
सुरक्षा-संरक्षा पर दिया जा रहा विशेष ध्यान,,,
एसई विवेक बाझल का कहना है कि विद्युत गृह में सुरक्षा एवं संरक्षा पर पूर्ण ध्यान दिया जा रहा है। जिसका नतीजा है कि अभी तक वहां कोई दुर्घटना घटित नहीं हुई है। इसके साथ ही उन्होनें बताया कि कर्मचारियों को लगातार प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिससे विद्युतगृह इस वर्ष भी उत्पादन लक्ष्य सफलतापूर्वक प्राप्त कर सकेगा।