राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से कहा- वहीं करो विश्राम
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए चिट्ठी लिखकर कहा कृपया न आएं

NEW DELHI. 90 के दशक में मंडल के विरोध में कमंडल की राजनीति शुरु कर राम जन्मभूमि के मुद्दे को भारतीय राजनीति के पटल पर रखने वाले बीजेपी के संस्थापक सदस्यों में से एक लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी रामलला मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा समारोह से नदारद रहेंगे। दरअसल राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने ही दोनों नेताओं के खराब स्वास्थ और बुजुर्गियत के मद्देनजर उन्हें चिट्ठी लिखकर समारोह में न आने का निवेदन किया, जिसे दोनों ने स्वीकार भी कर लिया है।
यह बोले चंपत राय
दरअसल श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से जब आडवाणी और जोशी के आगमन के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि दोनों ही नेता परिवार के बुजुर्ग हैं, उनकी उम्र और स्वास्थ्य को देखते हुए उनसे न आने का अनुरोध किया गया है ।
हजारों संतों को दिया है आमंत्रण
चंपत राय के मुताबिक आडवाणी अब 96 वर्ष के हो चुके हैं और मुरली मनोहर जोशी भी अगले माह 90 बसंत पूरे कर चुके होंगे, इसलिए यह फैसला लिया गया। दूसरी ओर पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा को समारोह में निमंत्रित करने के लिए 3 सदस्यीय टीम गठित की गई है। इसके अलावा समारोह में विभिन्न परंपराओं के 150 साधु संत, समस्त शंकराचार्य और 13 अखाड़ों को समारोह में निमंत्रण दिया गया है। करीब 4 हजार संत और 2200 अन्य मेहमान को भी निमंत्रित किया गया है।
रजनीकांत, अमिताभ और अरुण गोविल को भी निमंत्रण
रामलला के इस मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रमुख मंदिरों काशी विश्वनाथ, वैष्णोदेवी जैसे अनेक मंदिरों के प्रतिनिधियों को भी बुलाया गया है। देश की प्रमुख शख्सियतों में आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा, योग गुरु बाबा रामदेव, अभिनेताओं में रजनीकांत, अमिताभ बच्चन, माधुरी दीक्षित और रामायण सीरियल के चलते लोगों में भगवान राम की छवि बनकर उभरे अरुण गोविल समेत मुकेश अंबानी को भी समारोह का निमंत्रण भेजा गया है।