15 घंटों बाद सामान्य हुआ रेल यातायात

15 घंटों बाद सामान्य हुआ रेल यातायात
मुख्य बिंदु
पश्चिम मध्य शेपये में 24 घंटों में यो हादसा
इटारसी में कास्टिक सोच से लोड वैगल पटरी से उत्थ इमोह में खाली पार्सल ट्रेन के 3 डिब्बे पटरी से उत्तरे थे.
इस घटना में रेलवे को का अर्थिक नुक्सान हुआ
जबलपुर, यशभारत। पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर रेल मंडल के कटनी-बीना रेलखंड के दमोह के समीप रविवार की दोपहर 2.15 बजे के लगभग पार्सल कोच के 3 डिब्बे पटरी से उतरे थे, जिसके बाद अप लाइन पर यातायात पूरी तरह से ठप पड़ गया था. ट्रेनों को रोककर डाउन व धर्ड लघुन से निकाला जा रहा था, जिससे गाडियां विलंब से चलती रही थीं. रेल प्रशासमान द्वारा प्रभाषित अप लाइन को आज सोमवार 21 अप्रैल की सुब्बा लगभग 5 बजे सामान्य किया गया, जिससे इस रेल मार्ग पर लगभग 15 घंटों बाद यातायात सामान्य हो सका. कहीं इस घटना की जांच के लिए मंडल रेल प्रबंधक ने 3 सदस्यीय जांच टीम गठित की है. उलेखनीय है कि पश्चिम मध्य रेलवे में पिछले 24 घंटों में गाडियों के पटरी से उतरने की यह लगातार दूसरी पटना राही. पहली घटना 19 अप्रैल की सुबह इटारसी स्टेशन के समीप घटित हुई थी, वहां पर कास्टिक सोडा से लोड मालगाड़ी का एक वैगन पटरी से उतर गया था. इस घटना के अगले दिन जबलपुर रेल मंडल के कटनी-बीना रेलखंड के दमोह के समीप खाली पार्सल ट्रेन के 3 डिब्बे पटरी से उतर गये। दोनों घटनाओं ने
पश्चिम मध्य रेलवे की इंजीनियरिंग विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिये हैं.
15 घंटे बाद हुआ ट्रेफिक सामान्य
रेल सूत्रों के मुताबिक दमोह में पार्सल ट्रेन के 3 डिब्बे
पटरी से उतरने के कारण स्लीपर, ओएचई लाइन, बिजली के खंभे, सिग्नलिंग प्रणाली को काने नुकसान पहुंचा है। जिसे दुरुस्त करने में लगभग 15 घंटे का समय लगा है.
तीन सदस्यीय जांच टीम गठित
वहीं इस घटना के कारणों का पता लगाने के लिए मंडल रेल प्रशासन ने तीन अधिकारियों की जांच टीम गठित की है, जो किस विभाग की गलती के कारण यह हादसा हुआ, उसका पता लगायेगी। यह टीम एक समाह में अपनी रिपोर्ट डीआरएम को संपिगी.
रेलवे बोर्ड मामले की जानकारी लेता रहा
रेल सूत्रों के मुताबिक कटनी-बीना रेलखंड भारतीय रेलवे के सर्वाधिक व्यस्ततम रेल मागों में से है, इस मार्ग पर पात्री ट्रेनों से ज्गादा मालगाडियों का दबाव रहता है. पूरे भारत में इसी मार्ग से कोयला, सीमेंट, आयरन और सहित अंत्य सामानों की आवाजाही होती है. ऐसे में रेल ट्रेपिना अवरुद्ध होने को काफै गंभीरता से लिया गया और रेलवे बोर्ड लगातार राहत कार्यों की जानकारी लेवा या