नेहरू रेलवे कालौनी के लोग पानी के साथ कीड़े भी निगल रहे हैं शिकायत के बाद भी समस्या यथावत. बीमारी को मिल रहा है आमंत्रण

नेहरू रेलवे कालौनी के लोग पानी के साथ कीड़े भी निगल रहे हैं
शिकायत के बाद भी समस्या यथावत. बीमारी को मिल रहा है आमंत्रण
जबलपुर यशभारत। नेहरू रेलवे कॉलोनी में विगत लंबे समय से पीने के पानी टंकी की सफाई नहीं होने के कारण कॉलोनी वासियों को गंदा एवं कीड़े वाला पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। कॉलोनी के नागरिकों ने बताया कि बड़ी टंकी की सफाई न होने के कारण इसमें पानी के साथ कीड़े आ रहे हैं जिससे लोग बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं। इस संबंध में अनेकों बार संबंधितो को लिखित शिकायत देकर पानी की टंकी साफ करने के लिए मांग की गई बावजूद इसके समस्या यथावत बनी हुई है और लोग गंदा पानी पीने को मजबूर हो रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि हाउबाग स्थित नेहरू रेलवे कॉलोनी में लगभग 350 क्वार्टर हैं जिसमें 1000 लोग निवासरत है। रेलवे कॉलोनी में खेलकूद मनोरंजन हेतु उल्लास भवन मैदान व एक गार्डन बनाया गया है। जिसकी सफाई के लिए लगभग 1 साल से आवेदन भी दिया गया था। जिसके बाद संबंधितों द्वारा निरीक्षण कर मैदान की एवं गार्डन उल्हास भवन की सफाई का कार्य बहुत जल्द किया जाने का आश्वासन के बाद एवं संबंधित आई ओ डब्लू को निर्देशित भी किया गया था। मैदान की सफाई का कार्य शुरू किया गया। लेकिन मैदान की सफाई कर कचरा बीच मैदान में रख दिया है। आई.ओ.डब्लू द्वारा कचरा नहीं उठाया गया। मैदान में बिल्डिंग आरबीआईआईआई 431 का लेट एवं बाथरूम का पानी लगातार मैदान में बने ओपन जिम के चारो ओर पानी भरा हुआ है जिससे ओपन जिम के आस पास दल दल की स्थिति बनी हुई है। रेलवे कॉलोनी में कई ऐसे क्वार्टर हैं। जिसमें पीने के पानी की टंकियां के ढक्कन खुले हुए हैं।
इनको दी गई है जानकारी
पानी टंकी की कई सालों से सफाई भी नहीं हुई जिस हेतु आई.ओ.डब्लू. राजकुमार गुप्ता, एवं संजीव कुमार मदन महल जोन जबलपुर एवं मी एच.आई. जबलपुर को फ़ोन के माध्यम कई बार सूचित किया गया उसके बाद भी न तो पानी की टंकी की सफाई की गई और न ही अन्य किसी प्रकार की सफाई का कार्य किया गया। जिसको लेकर कॉलोनी वासियों में काफी आक्रोश व्याप्त है।
बिना सफाई किए डाली जा रही तारीख
नेहरू रेलवे कॉलोनी में जहां पानी की टंकी की सफाई नहीं हो रही है वहीं संबंधितों द्वारा औपचारिकता के लिए बिना सफाई के टंकी पर सफाई की तारीख़ डाली जा रही है। बता दें कि यह तो अवस्थाओं की एक बानगी है इस तरह से रेल कर्मचारियों के लिए बनी अन्य कॉलोनी का क्या हाल होगा इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।