ऑपरेशन सिंदूर: भारत ने 100 KM अंदर घुसकर लिया बदला, पाकिस्तान याद रखेगा ‘एक चुटकी सिंदूर’ की कीमत

ऑपरेशन सिंदूर: भारत ने 100 KM अंदर घुसकर लिया बदला, पाकिस्तान याद रखेगा ‘एक चुटकी सिंदूर’ की कीमत
सात मई, 2025: भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का करारा जवाब देते हुए पाकिस्तान के अंदर लगभग 100 किलोमीटर तक घुसकर आतंकियों के नौ ठिकानों को तबाह कर दिया है। भारतीय वायुसेना के इस ऑपरेशन को ‘सिंदूर’ नाम दिया गया है और यह कार्रवाई महज 25 मिनट में पूरी की गई। इस साहसिक कदम ने न केवल पहलगाम के शहीदों का बदला लिया है, बल्कि पाकिस्तान को भी यह स्पष्ट संदेश दे दिया है कि भारतीय महिलाओं के सम्मान और देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने की कीमत बहुत भारी पड़ेगी।
पहलगाम हमले का त्वरित और आक्रामक जवाब:
पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के बाद भारत ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ उच्च-स्तरीय बैठक की और आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए खुली छूट दी। इसी दौरान इस ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ तय किया गया, जिसे अभी तक गुप्त रखा गया था।
‘सिंदूर’ नाम का गहरा अर्थ:
ऑपरेशन को ‘सिंदूर’ नाम देने के पीछे गहरा भावनात्मक और रणनीतिक कारण है। सिंदूर भारतीय महिलाओं के सुहाग का प्रतीक है और पहलगाम में आतंकियों ने जिस तरह से महिलाओं को विधवा किया, उनके माथे से सिंदूर उजाड़ा, वह एक जघन्य अपराध था। इस ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ रखकर भारत ने न केवल उन महिलाओं के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि भारतीय महिलाएं अपने सम्मान की रक्षा के लिए दुर्गा और काली का रूप धारण कर सकती हैं।
पाकिस्तान के अंदर तक कार्रवाई, दुनिया भर में चर्चा:
भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के भीतर मुजफ्फराबाद, कोटली, सियालकोट, मुरीदके, बहावलपुर, बरनाला और तेहरा कलां जैसे सात शहरों में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। खबरों के अनुसार, इस कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकी मारे गए हैं, जो जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे खूंखार आतंकी संगठनों से जुड़े थे। इस स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान में स्कूल-कॉलेज और सरकारी प्रतिष्ठान बंद कर दिए गए हैं, साथ ही उसका एयरस्पेस भी बंद कर दिया गया है।
1971 की यादें ताज़ा, 2019 से भी बड़ी कार्रवाई:
यह कार्रवाई 1971 के युद्ध की याद दिलाती है, जब भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर बांग्लादेश को आज़ाद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 2019 में बालाकोट में की गई एयरस्ट्राइक, जो एलओसी से लगभग 60 किलोमीटर अंदर थी, उससे भी यह कार्रवाई बड़ी है, क्योंकि इस बार भारतीय सेना 100 किलोमीटर अंदर तक घुसी।
25 मिनट में लिया 26 निर्दोषों की हत्या का बदला:
यह ऑपरेशन महज 25 मिनट तक चला, जो रात 1:05 से 1:30 बजे के बीच किया गया। इस त्वरित कार्रवाई में पहलगाम में मारे गए 25 भारतीयों और 1 नेपाली नागरिक की शहादत का बदला लिया गया।
भारत की कड़ी चेतावनी:
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद भारतीय सेना ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है कि यह सिर्फ एक नपी-तुली कार्रवाई थी, जिसका मकसद केवल आतंकी कैंपों को ध्वस्त करना था। यदि पाकिस्तान ने आतंकवाद पर लगाम नहीं लगाई और जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ जारी रखी, तो भारत ऐसे और भी हमलों के लिए तैयार रहेगा।







