
बेंगलुरु से अपहृत नाबालिग बालिका दस्तयाब,
आरोपी गिरफ्तार और जेल भेजा गया
पन्ना, यश भारत। 16 जनवरी गुनौर थाना पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक नाबालिग अपहृत बालिका को बेंगलुरु (कर्नाटक) से सुरक्षित दस्तयाब कर लिया। साथ ही, इस अपराध में शामिल आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है।
घटना की पूरी जानकारी
22 अगस्त 2024 को फरियादी ने गुनौर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी नाबालिग बेटी को कोई अज्ञात व्यक्ति बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया है। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए थाना गुनौर में अपराध क्रमांक 234/24 के तहत मामला दर्ज किया गया। अपराध में धारा 137(2) बी.एन.एस. के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।
कार्रवाई की शुरुआत
घटना की गंभीरता को देखते हुए पन्ना पुलिस अधीक्षक साई कृष्णा एस. थोटा ने गुनौर थाना प्रभारी सुशील कुमार अहिरवार को तत्काल जांच और कार्रवाई के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आरती सिंह और एसडीओपी गुनौर ग्लैडविन एडवर्ड कार के मार्गदर्शन में गुनौर पुलिस की टीम ने इस मामले को सुलझाने के लिए हरसंभव प्रयास किए।
जांच की प्रक्रिया और चुनौतियां
जांच में यह सामने आया कि आरोपी अत्यंत शातिर प्रवृत्ति का है और पुलिस से बचने के लिए बार-बार अपने ठिकाने बदल रहा था। इसके बावजूद, गुनौर पुलिस ने साइबर सेल पन्ना के सहयोग से तकनीकी साधनों का उपयोग किया और आरोपी की गतिविधियों पर नजर रखी।
लगातार खोजबीन के बाद पुलिस को सुराग मिला कि बालिका को बेंगलुरु ले जाया गया है। तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने बेंगलुरु जाकर नाबालिग को सुरक्षित दस्तयाब किया।
आरोपी की गिरफ्तारी और सजा
घटना में शामिल आरोपी को भी पुलिस ने बेंगलुरु से गिरफ्तार किया। उसे गुनौर लाकर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे पन्ना जिला जेल भेज दिया गया है। इस पूरी कार्यवाही में पुलिस की टीम ने अथक प्रयास किया। थाना प्रभारी सुशील कुमार अहिरवार, सहायक उप निरीक्षक मोहम्मद शफीक, साइबर सेल पन्ना के आरक्षक धर्मेंद्र सिंह, महिला आरक्षक शैलजा सिंह, और आरक्षक शिवेंद्र मिश्रा ने अपनी कुशलता और मेहनत से यह सफलता सुनिश्चित की।
पन्ना पुलिस अधीक्षक साई कृष्णा एस. थोटा ने इस उत्कृष्ट कार्य के लिए पूरी टीम की सराहना करते हुए उन्हें प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कार देने की घोषणा की है।
पुलिस की नागरिकों से अपील
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे बच्चों की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति की सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि अपराधों को रोका जा सके और समाज को सुरक्षित बनाया जा सके।
यह कार्रवाई पुलिस के समर्पण और महिला एवं बाल सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।