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पुरुषों में सोरायसिस होने की संभावना महिलाओं की तुलना में दोगुनी होती है, जानें इसके लक्षण

पुरुषों में सोरायसिस होने की संभावना महिलाओं की तुलना में दोगुनी है.  सोरायसिस एक ऑटोइम्यून बीमारी है. जिसमें सूखी त्वचा निकलने लगती है. पीठ के निचले हिस्से और कोहनी पर मोटे, लाल, पपड़ीदार एरिया में लाल-लाल दाने निकल जाते हैं.

सोरायसिस क्या है?

सोरायसिस एक लॉन्ग टर्म त्वचा संबंधी बीमारी है. जो त्वचा कोशिकाओं के तेजी से निर्माण के कारण मोटी, लाल, पपड़ीदार त्वचा के पैच द्वारा चिह्नित होता है. कोहनी, घुटने, पीठ के निचले हिस्से और सिर के अगल-बगल वाले पार्ट सबसे अधिक प्रभावित होते हैं. यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जो सूखे-पपड़ीदार त्वचा कोशिकाओं के समूह का कारण बनती है.

इस बीमारी के लक्षण

खुजली या जलन महसूस होना

सूजे हुए नाखून सूख जाना

फटी त्वचा

लाल छाले

हालांकि इसका कोई इलाज नहीं है, लेकिन दवाएं और लाइफस्टाइल में बदलाव इस स्थिति को प्रबंधित करने और समस्याओं को रोकने में मदद कर सकते हैं.

सोरायसिस का कोई इलाज नहीं?

सोरायसिस स्किन से जुड़ी बीमारी है, जो काफी खतरनाक होती है. यह किसी भी उम्र में हो सकती है और इसका कोई इलाज नहीं है. मतलब यह कभी खत्म न होने वाली बीमारी है. इसे सिर्फ कंट्रोल किया जा सकता है. ऐसे लोग जिन्हें पहले से ही स्किन की कोई बीमारी है, उन्हें इस बीमारी से ज्यादा खतरा हो सकता है.

सोरायसिस होने का कारण

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सोरायसिस इम्यून सिस्टम में खराबी की वजह से होती है. इस डिजीज में इम्यून सिस्टम ओवरएक्टिव होता है. इससे शरीर की अच्छी सेल्स खत्म होने लगती है. जिसका स्किन पर असर होता है. इसकी शुरुआत में स्किन पर खुजली होती है. अगर समय पर इसका ध्यान न दिया जाए तो ये बीमारी लगातार बढ़ती जाती है और स्किन पर पपड़ी सी जमने लगती है. कई बार घाव भी बन जाते हैं. सिरोसिस होने का कारण जेनेटिक भी हो सकता है.

सोरायसिस का ज्यादा प्रभाव कहां

डॉक्टरों के मुताबिक, सोरायसिस का सबसे ज्यादा प्रभाव हाथ और पीठ पर देखने को मिलता है, फिर यह पूरे शरीर पर फैल सकता है. बढ़ती उम्र में ये बीमारी ज्यादा खतरनाक होती जाती है. खानपान सही रखकर और डॉक्टर के हिसाब से स्किन केयर फॉलो कर इसे कंट्रोल में रख सकते हैं.

सोरायसिस के साइड इफेक्ट्स

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सोरायसिस की बीमारी की वजह से मेंटल हेल्थ पर भी असर होता है. ऐसा इस बीमारी का मरीज बाहर निकलने और लोगों से मिलने से बचने की वजह से होता है. इस बीमारी में इंसान हीन भावना आने लगती है. जिससे एंग्जाइटी और डिप्रेशन बढ़ने लगता है.

सोरायसिस से कैसे बचें

1. स्किन ड्राई न रखें
2. खुजली की समस्या होने पर डॉक्टर को दिखाएं
3. शराब न पिएं
4. स्किन पर मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करें

Yash Bharat

Editor With मीडिया के क्षेत्र में करीब 5 साल का अनुभव प्राप्त है। Yash Bharat न्यूज पेपर से करियर की शुरुआत की, जहां 1 साल कंटेंट राइटिंग और पेज डिजाइनिंग पर काम किया। यहां बिजनेस, ऑटो, नेशनल और इंटरटेनमेंट की खबरों पर काम कर रहे हैं।

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