मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी: एक माह के बाद भी जारी नहीं हुए ईसी बैठक के मिनिट्स
अफसरों का तर्क दूसरी बैठक में अंतिम निर्णय के बाद जारी होते मिनिट्स

जबलपुर, यशभारत। मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी में ईसी बैठक को एक माह होने को है लेकिन उसके मिनिट्स अभी तक जारी नहीं किए गए हैं। इसके पीछे तरह-तरह के तर्क अधिकारियों द्वारा दिए जा रहे हैं। हालांकि सच्चाई ये है कि मिनिट्स जारी नहीं होने के पीछे कापी गीली मामला है, क्योंकि ईसी मेम्बरों ने प्रकरण की जांच के लिए कमेटी का प्रस्ताव तैयार किया है लेकिन उसमें अंतिम मुहर अभी तक नहीं लगी है। इधर विवि अधिकारियों का कहना है कि ऐसा कोई नियम नहीं है कि बैठक के कुछ समय बाद मिनिट्स जारी किए जाए। मिनिट्स उस वक्त जारी होते है जब दूसरी बैठक आहूत होती है।
ऐसा कोई नियम नहीं मिनिट्स जारी होने के : कुलसचिव श्री बघेल
विवि कुलसचिव डॉ. पुष्पराज बघेल ने बताया कि ईसी बैठक के मिनिट्स जारी करने के कोई नियम नहीं है। यह मिनिट्स उस वक्त जारी होते हैं जब दूसरी बैठक आयोजित होती है। बैठक के वक्त देखा जाता है कि पिछली बैठक में हुए निर्णय कितने सही है की नहीं इसके बाद ही मिनिट्स जारी किए जाते हैं। विवि को मिनिट्स जारी करने में किसी भी तरह की आपत्ति नहीं है, आगामी बैठक के समय पिछली बैठक के मिनिटस जारी कर दिए जाएंगे।
ईसी सदस्यों को गुमराह कर रहे यूनिवर्सिटी के अधिकारी- अभिषेक पांडे
छात्र नेता अभिषेक पांडे ने आरोप लगाते हुए बताया कि विश्वविद्यालय में सामान्य प्रक्रिया में मीटिंग के मिनिट्स को वेवसाइट में अपलोड कर यह सुनिश्चहित कराया जाता है कि विश्वविद्यालय की बैठक में लिए निर्णय छात्र विरोधी या विश्वविद्यालय के विरोधमें तो नही है उसके बाद आगामी बेठक में पूर्व बेठक के मिनिट्स रख कर पुष्टि कराई जाती है ओर क्रियान्वयन किया जाता मगर विश्वविद्यालय के जि़म्मेदार। अधिकारी वरिष्ट अधिकारियों कार्यपरिषद सदस्यों ओर समाज को गुमराह कर सिफऱ् स्वाहित के निर्णय कराकर उनको बिना पुष्टि कराए क्रियान्वयन कर देते हे। इसका जीता जागता उदाहरण दिनांक 5/09/22 को हुई बेठक हे जिसमें एक भी महाविद्यालय की संबद्धताका प्रकरण ना रखकर सिफऱ् कुछ स्वाहित के मुद्दे रखे ओर रजिस्टार की गेर मोजूदगी में बेठक कराई विश्वविद्यालय सिर्फ ओर सिफऱ् भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है।