मेेडिकल डीन का इंटरव्यू अचानक स्थगित: राजनीति का अखाड़ा बनी कुर्सी लंबे समय से मेडिकल कॉलेज को अच्छे डीन की दरकार

जबलपुर, यशभारत। नेताजी सुभाषचंद्र मेडिकल कॉलेज में लंबे समय से फुल प्लेश डीन की दरकार है। कभी शासन स्तर से तो कभी स्थानीय स्तर की रूकावट के कारण मेडिकल कॉलेज को डीन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। काफी समय बाद संभागायुक्त कार्यालय में सोमवार को डीन पद का इंटरव्यू होना था लेकिन अचानक से इंटरव्यू स्थगित कर दिया गया है। इसके आदेश जब डीन कुर्सी के उम्मीदवारों तक पहुंचे तो चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। चर्चा है कि डीन कुर्सी को राजनीति का अखाड़ा बना दिया गया है।
मालूम हो कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में 6 माह बाद ही डीन पद के लिए एक बार फिर रस्साकशी शुरू हो गई थी। संभागीय कमिश्नर द्वारा जारी पत्र के अनुसार 22 नवंबर सोमवार को पात्रता रखने वाले उम्मीदवारों के इंटरव्यू होने थेे। बता दें कि संभागीय कमिश्नर कार्यालय द्वारा इसी वर्ष मार्च में अधिष्ठाता पद की नियुक्ति के लिए विज्ञप्ति जारी की गई थी, लेकिन करीब एक माह बाद इसमें संसोधन कर दोबारा विज्ञप्ति जारी की गई और फिर कुछ दिनों बाद ही फिर से संसोधन कर तीसरी बार विज्ञप्ति जारी
की गई।
बार- बार अर्हता में बदलाव किए गए
इसी पूरी प्रक्रिया को लेकर तब विवाद की स्थिति बनी थी और बार- बार अर्हता में बदलाव किए जाने को लेकर एक सीनियर प्रोफेसर ने संभागायुक्त एवं अधिष्ठाता से इसकी शिकायत भी की थी, हालाँकि उसके बाद पूरी प्रक्रिया ठंडे बस्ते में डाल दी गई और तत्कालीन अधिष्ठाता डॉ. पीके कसार के अप्रैल माह में सेवानिवृत्त होने के बाद डीन का प्रभार डॉ. गीता गुइन को दे दिया गया।
इंटरव्यू स्थगित करने का ठोस कारण नहीं
संयुक्त आयुक्त अरविंद यादव ने बताया कि कमिश्नर के आदेश पर डीन पद का साक्षात्कार स्थगित किया गया है। अब कब आयोजित होगा इसकी जानकारी नहीं है। इधर चर्चा है कि राजनीति उठापटक के चलते इंटरव्यू स्थगित किया गया है, कहा जा रहा है कि वर्तमान डीन कुर्सी नहीं छोडऩा चाहती है इसलिए तमाम तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं।
प्रभारी डीन का विश्वविद्यालय कनेक्शन
प्रभारी डीन वर्तमान वर्तमान में विश्वविद्यालय के अधिकारियों का सहारा बनी हुई हे क्यूकी वर्तमान में जो कुलाधिपति से नियुक्त कार्यपरिषद सदस्य विश्वविद्यालय के अधिकारियों की किरकिरी बने हे जिससे कार्यपरिषद की बेठक में अधिकारियों को सवाल के जवाब देना कठिन होजाता हे वर्तमान डीन प्रतिनिधि प्रमुखसचिव चिकित्सा शिक्षा का प्रतिनिधि के तोर पर विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद में उपस्थिति होकर विश्वविद्यालय के अधिकारियों के लिए ढाल का काम करतीहे
6 उम्मीदवार डीन बनने की दौड़ में
संभागीय कमिश्नर कार्यालय द्वारा जारी पत्र के अनुसार डीन पद के लिए 21 नवंबर को साक्षात्कार रखे गए हैं। 6 माह पहले जो उम्मीदवार डीन बनने की दौड़ में शामिल थे, उनमें से अर्हता पूरी करने वाले 6 उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है। इनमें मेडिकल कॉलेज जबलपुर के पैथोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. संजय तोतड़े, चिकित्सा शिक्षा विभाग अतिरिक्त संचालक डॉ. शशि गाँधी, स्कूल ऑफ एक्सीलेंस इन पल्मोनरी मेडिसिन जबलपुर के डायरेक्टर डॉ. जितेंद्र किशोर भार्गव, सिम्स छिंदवाड़ा डीन डॉ. गिरीश भागेश्वर, बुंदेलखंड चिकित्सा महाविद्यालय सागर के संयुक्त संचालक एवं अधीक्षक डॉ. सुनील कुमार पिप्पल और मेडिकल कॉलेज जबलपुर के नेत्र रोग विभाग के प्राध्यापक डॉ. परवेज अहमद सिद्दीकी शामिल हैं।