जबलपुरमध्य प्रदेशराज्य

3 साल में अंतिम रूप नहीं ले सका मास्टर प्लान, कैसे बनेगा महानगर

मास्टर प्लान लागू होने से रिंग रोड, फ्लाईओवर, रेलवे ओवर ब्रिज बनेगा

जबलपुर, यशभारत। शहर के भावी स्वरूप के विकास का खाका तैयार करने की प्रक्रिया तीन साल पहले शुरू हुई थी, लेकिन अब तक मास्टर प्लान अतिम रूप नहीं ले सका है। जब विकास योजना ही तय नहीं है तो जबलपुर के महानगर बनने का सपना कैसे पूरा होगा ये बड़ा सवाल है।

मनमानी बसाहट जारी कैसे तैयार होगा नया रोड नेटवर्क
शहर में 112 किमी लम्बी रिंग रोड का निर्माण हो रहा है। टाउन प्लानर्स के अनुसार शहर के व्यविस्थत विकास के लिए नए व्यविरथत रोड नेटवर्क की आवश्यकता है। ज्यादा से ज्यादा कनेक्टिंग रोड, लिंक रोड, फ्लाईओवर, रेलवे ओवर ब्रिज की प्लानिंग की आवश्यकता है। नया मास्टर प्लान नहीं आने से नगर में चारों ओर मनमानी बसाहट जारी है।
कहां क्या बनेगा कुछ भी स्पष्ट नहीं
नगर के चैथे मास्टर प्लान में कहां क्या निर्माण होगा, सड़क, पानी की टकी, बस स्टैंड, खेल मैदान, शिक्षण संस्थान, बाजार, आमोद-प्रमोद स्थल के लिए कहां जमीन आरक्षित की जाएगी कुछ भी स्पष्ट नहीं है। प्रस्तावों का निर्धारण होने के बाद ही. उन्हें अंतिम रूप दिया जाएगा, जो मास्टर प्लान में शामिल किए जाएंगे।
चारों ओर बढ़ रही है बसाहट
नगर की सीमा डेढ़ दशक में तेजी से बड़ी है, पहले नगर की परिधि 25 किलोमीटर के लगभग थी जो वर्तमान में 50 किलोमीटर से ज्यादा हो चुकी है।
वर्तमान विकास का आंकलन
नगर के तीसरे मास्टर प्लान में निर्धारित निवेश क्षेत्र में कितनी जमीन पर विकास हुआ और कितना भूखंड अभी भी खाली है, इसकी गणना की जानी है। जिससे की पूर्व निर्धारित निवेश क्षेत्र का रिव्यू किया जा सके।

20 फीसदी काम बाकी
टीएंडसीपी के तकनीकी विशेषज्ञों के अनुसार नए मास्टर प्लान को अतिम स्वरुप देने में अभी लगभग 20 प्रतिशत काम बाकी है। ऐसे में अगर इस काम को गति नहीं दी जाती है तो नया मास्टर प्लान लागू होने में और देर होगी। इस दौरान अनियोजित विकास को रोकना संभव नहीं होगा।

Yash Bharat

Editor With मीडिया के क्षेत्र में करीब 5 साल का अनुभव प्राप्त है। Yash Bharat न्यूज पेपर से करियर की शुरुआत की, जहां 1 साल कंटेंट राइटिंग और पेज डिजाइनिंग पर काम किया। यहां बिजनेस, ऑटो, नेशनल और इंटरटेनमेंट की खबरों पर काम कर रहे हैं।

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