महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर चल रहा प्रदर्शन हिंसक होता जा रहा है। 14 दिन में 27 लोग जान दे चुके हैं। 1 नवंबर को भी हिंगोली जिले में 2 लोगों ने सुसाइड की।
आज सरकार का शिष्ट मंडल भूख हड़ताल पर बैठे मनोज जारांगे को मनाने के लिए जाएगा। यह मंडल मनोज को सरकार का पक्ष बताएगा और हड़ताल खत्म करने की अपील करेगा।
मनोज पिछले 9 दिन से भूख हड़ताल पर हैं। एक दिन पहले उन्होंने पानी पीना भी छोड़ दिया है। मंडल के सदस्यों से मिलने से पहले मनोज 11 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
उधर, गुरुवार को ठाणे के भिवंडी में आंदोलनकारियों ने CM एकनाथ शिंदे और डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस के पोस्टर्स पर कालिख पोती। ये पोस्टर्स बसों पर लगे हुए थे।
आंदोलन से जुड़े आज के अपडेट्स…
- छत्रपति संभाजीनगर में शहरी-ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।
- सकल मराठा समाज नासिक ने काली दीवाली मनाने का ऐलान किया है।
सर्वदलीय बैठक में फैसला- मराठा आरक्षण मिलना चाहिए
महाराष्ट्र में CM एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में बुधवार को सर्वदलीय बैठक में सभी दलों ने सहमति जताई कि मराठा समुदाय को आरक्षण मिलना चाहिए। इस बैठक में शरद पवार समेत 32 पार्टियों के नेता शामिल हुए थे।
बैठक के बाद CM शिंदे ने कहा- यह निर्णय लिया गया कि आरक्षण कानून के दायरे में और अन्य समुदाय के साथ अन्याय किए बिना होना चाहिए। आरक्षण के लिए अनशन पर बैठे मनोज जारांगे से भी अपील है कि वो अनशन खत्म करें। हिंसा ठीक नहीं है।
वहीं, सभी मराठाओं के लिए तत्काल आरक्षण मांग रहे जारांगे ने जल भी छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि आंदोलन शुरू होने के बाद ही सरकार को समय क्यों चाहिए होता है? सरकार को चिंता है, तो यहां आकर चर्चा करे। वरना आंदोलन उग्र होगा।