कुलस्ते के हाथ लग सकती है प्रदेश भाजपा की कमान: बड़ा आदिवासी चेहरा सात बार के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री
महाकोशल के हिस्से में आ सकता है अध्यक्ष का पद


जबलपुर यश भारत। भारतीय जनता पार्टी में चल रही संगठन चुनाव की प्रक्रिया के बीच नगर और जिला अध्यक्षों की घोषणाओं का सिलसिला जारी है। अब तक प्रदेश के ज्यादातर जिलों में नगर और जिला अध्यक्षों की घोषणा की जा चुकी है और जो जिले बाकी बचे हैं वहां के अध्यक्षों की घोषणा भी आजकल में संभावित है। ऐसे में अब लोगों की नजर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन पर लगी है। कौन होगा भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष इसको लेकर राजनीतिक पंडितों और भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं की अपनी-अपने कयास और आकलन है। नगर और जिला अध्यक्षों की तरह प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में कई नाम शामिल है लेकिन भाजपा सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है उसके अनुसार पड़ोसी जिला मंडला के सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते का नाम सबसे आगे चल रहा है। इसके पीछे जो कारण बताए जा रहे हैं उनके अनुसार श्री कुलस्ते ना केवल सात बार की सांसद हैं ,बल्कि पूर्व में केंद्रीय मंत्री का दायित्व भी संभाल चुके हैं इसके अलावा भी प्रदेश की राजनीति में वे बड़ा आदिवासी चेहरा है ,आदिवासियों के बीच उनकी गहरी पैठ तो है ही साथ ही लंबा राजनीतिक अनुभव भी उनके साथ है जो उनकी दावेदारी को मजबूत बनाता है ऐसे में यदि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व यदि आदिवासी कार्ड खेलता हैं तो श्री कुलस्ते का अध्यक्ष बनना लगभग तय है। यदि भाजपा प्रदेश की कमान कुलस्ते को सौंपती है तो यह महाकोशल के लिए एक बड़ी उपलब्धि भी होगी।

अब तक कोई आदिवासी नहीं बना है प्रदेश अध्यक्ष
बात यदि भारतीय जनता पार्टी के अब तक के प्रदेश अध्यक्षों की बात की जाए तो अभी तक मध्य प्रदेश में किसी आदिवासी को प्रदेश अध्यक्ष की कमान नहीं सौंपी गई। जहां तक याद आता है तू अविभाजित मध्य प्रदेश के समय छत्तीसगढ़ के रायगढ़ से प्रतिनिधित्व करने करने वाले वरिष्ठ आदिवासी नेता नंद कुमार साय जरूर एक बार प्रदेश अध्यक्ष बने थे लेकिन छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की अलग होने के बाद अब तक मध्य प्रदेश के किसी आदिवासी नेता को यह महत्वपूर्ण दायित्व नहीं सोपा गया यह बात भी श्रीकुलस्ते के पक्ष में जाती है। मध्य प्रदेश आदिवासी बहुल राज्य है ऐसे में भाजपा का शीर्ष नेतृत्व यदि आदिवासी कार्ड खेलता है तो कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए आदिवासी अंचलों में भाजपा को मजबूत करने और उन्हें पार्टी की मुख्य धारा से जुड़ने के लिए भी श्री कुलस्ते को यह दायित्व सौंपा जा सकता है।

रेस में यह नाम भी है शामिल
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में श्री कुलस्ते के अलावा बैतूल के विधायक हेमंत खंडेलवाल राज्यसभा सांसद सुमर सिंह सोलंकी पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और अरविंद भदौरिया के नाम शामिल हैं लेकिन सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक अंतिम फैसला शुरू के तीन नाम पर ही हो सकता है। हालांकि स्पष्ट स्थिति तो प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा से ही साफ हो पाएगी लेकिन भाजपा से जुड़े लोग चाहे वह नेता हो या कार्यकर्ता अपने-अपने ढंग से गुणा गणित करने में लगे है और अपने-अपने तरीके से आकलन और कयास भी लगा रहे हैं। भाजपा के राजनीतिक गलियारों में भी प्रदेश अध्यक्ष के पद को लेकर सुगबुगाहट का दौर जारी है।