कबाड़ गोदाम विस्फोट हादसा: गोदाम में बने कुआं पर रखे जा रहे थे बम

पहले भी हो चुका है हादसा
जिला, पुलिस प्रशासन का अमला सक्रिय
जबलपुर,यशभारत। अधारताल के पास खजरी खिरिया बायपास में स्थित रजा मेटल इंडस्ट्री में हुए विस्फोट में नया खुलासा हुआ है। यह पूरा हादसा लापरवाही के कारण घटित हुआ है ऐसा क्षेत्रीयजनों का कहना है। घटना स्थल पर मौजूद लोगों की चर्चा पर विश्वास किया जाए तो कबाड़ गोदाम में कुछ साल पहले भी अग्रिहादसा हो चुका है जिसमें कई लोगों की जान भी जा चुकी थी। चर्चा ये भी है कि गोदाम की जमीन पर एक कुआं स्थित है जहां पर खराब बमों का संग्रहण किया जाता रहा है। संभवत: इन खराब बमों में कोई एक बम सही रहा होगा जिसकी वजह से यह विस्फोट भीषण रूप में तब्दील हो गया। समाचार लिखे जाने तक ये अभी भी जिम्मेदारों द्वारा जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है कि हादसे में कितने लोग मृत हुए हैं।
विस्फोट के कुछ देर बाद फिर से हुआ धमाका
घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि विस्फोट के कुछ समय बाद जब लोग वहां मलबा हटाने पहुंचे तो एक बार फिर से जोर से धमाके की आवाज सुनाई दी जिसके बाद भगदड़ का वहां माहौल मच गया और काफी देर तक लोग घटना स्थल तरफ नहीं गए।
प्रशासन का अमला सक्रिय
विस्फोट के बाद जिला, पुलिस प्रशासन का अमला सक्रिय हुआ और मौके पर तत्काल प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंच गए। जानकारी के अनुसार मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने जब प्रारंभिक तौर पर जांच पड़ताल शुरू की तो उन्होनें पाया कि भीषण हादसा किसी सिलेंडर के फटने से नहीं हो सकता। इसकी वजह कुछ और है। अधिकारियों का कहना है कि हादसे की बारीकी से जांच की जाएगी। इस दौरान डॉग स्कवॉड की टीम भी घटना स्थल पर पहुंची और मौके से साक्ष्य एकत्रित करने शुरू किए। जानकारी के अनुसार नगर निगम कमिश्रर प्रीति यादव भी मौके पर पहुंच गईं हैं।
20 हजार स्क्वेयर फीट में फैला है गोदाम
बताया जा रहा है कि शमीम का कबाड़ गोदाम 20 हजार फीट स्क्वेयर फीट में फैला हुआ है। यहां पर एलपीजी गैस सिलेंडर, ऑक्सीजन सिलेंडर , गाड़ियों से निकलने वाले ऑयल सहित अन्य लोहे के खराब हो चुके उत्पादकों का संग्रहण किया जाता रहा है।
विस्फोट इतना भीषण कि कई घरों की दीवारों में आई दरार
खजरी खिरिया बायपास स्थित शमीम के कबाड़खाने में विस्फोट इतना भीषण था कि यहां से कुछ दूरी पर स्थित कई लोगों के घरों की दीवारों में दरार आ गई। जानकारी के अनुसार घटना स्थल से करीब 5 किलोमीटर तक के रहवासियों के घरों की दीवारों में दरार आ गईं जिससे लोगों में कबाड़खाने के संचालक के प्रति आक्रोश व्याप्त हो गया।