jagannath puri rathyatra 2023 पूरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा में उमड़े लाखो श्रद्धालु सोने के कुल्हाड़ी के प्रहार से बनाया गया रथ जाने डिटेल्स

jagannath puri rathyatra 2023 पूरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा में उमड़े लाखो श्रद्धालु सोने के कुल्हाड़ी के प्रहार से बनाया गया रथ जाने डिटेल्स आपको जानकारी के लिए यह बता देते है की जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध रथ यात्रा की शुरुआत हो गई है।जिसमे की लाखो की संख्या में श्रद्धालु उमड़े हैजी है और आपको बता देते है की यह रथ यात्रा में रथ को सोने की कुल्हाड़ी के लकड़ी पर प्रहार से तैयार किया गया है।

पूरी में गूंज रहे है जयकारे जी हां जिसमे यह भी बताया जा रहस्य है की इसमें प्रसाद 742 चूल्हों पर एक साथ बनते हैं। आपको बता देते है की आज जगन्नाथ जी रात 7.09 बजे वे अपनी मौसी का घर,मतलब की गुंडिचा मंदिर में जायेगे और फिर वहां से 9 दिनों तक रुकने के बाद जायेगे। और उसके बाद में वापस जगन्नाथ मंदिर में सभी श्रद्धालु रथ यात्रा के साथ लौट आएंगे। आपको बता देते है की यह रथ बनाने के लिए खास तरह के 884 पेड़ों की लकड़ियों का उपयोग किया जाता है।और इसमें सबसे खाश बात तो यह है की इसमें पहला कट सोने की कुल्हाड़ी से किया जाता है। और जो लोग रथ का निर्माण करते है वह लोग दिन में एक बार ही सादा भोजन करते हैं।
यह भी पढ़े;-
यह मंदिर ओडिशा के पुरी का जगन्नाथ मंदिर है। जहा की कानों में समुद्र की लहरों की गूंज और सन-सन की आवाज करती हवाएं। और वह पर लाखो की संख्या में भक्त मंदिर के बाहर मौजूद हैं। और सभी की नजरेव तो बस आसमान पर टिकी हैं। आपको जानकारी के लिए बता देते है की यहाँ हर कोई यही सोचता है की सब ऊपर की तरफ क्यों देख रहे हैं,क्योकि यहाँ जय जगन्नाथ का जयकारा आसमान में गूंजने लगता है।
और इसके की साथ में यहाँ पर गर्भगृह में भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलराम और बहन सुभद्रा की मूर्तियां भी बनी हुई है, जो की लकड़ियों की बनी हुई है।और यहाँ पर उनका पूजा के विधि-विधान भी बहुत ही खासियत है। जिसमे की पूरी के भगवान को नहलाया जाता है और उनके वस्त्र पहनाना और इसके अतिरिक्त सब्जी काटनी हो,या तो पानी लाना हो, यह सभी कामो के लिए एक-एक व्यक्ति है।जिसे हर दिन वही काम को करेगा,और कोई दूसरा इस काम को नहीं करेगा।मं जी हां और इसके ही साथ में यहाँ पर पुजारी सूर्यनारायण रथ शर्मा बताते है, ‘और सुबह भगवान उठने के बाद दंत-मंजन करते हैं। फिर उन्हें लकड़ी और कपूर भी दिया जाता है। फिर वह बिंब स्नान करते हैं।

यह भी पढ़े;-
Mercedes Benz मार्केट में आ रही है सबके छक्के छुड़ाने न्यू मर्सिडीज कार,धांसू फीचर्स और स्टाइलिश लुक के साथ लेगी जबरदस्त एंट्री,जानिए प्राइस जानकारी के लिए यह बता देते है की पूरी के भगवान के इस पूरे काम के लिए 119 लोग लगते हैं।और यहाँ गर्भगृह के दाहिने हाथ की ओर आनंद बाजार है। जहा पर मिट्टी की हांडियों में दाल-भात रखे रहते हैं। और आपको यहाँ पर हर पांच कदम पर धोती पहने हुए लोग दाल-भात को बेच रहे ही मिलेंगे।आपको बता देते है की यहाँ का दाल-भात प्रसाद है। अगर आपको होटल में खाना है तो खा सकते है।और अगर आपको घर ले जाना हो आप लेजा सकते है यहाँ पर हर प्रकार की व्यवस्था है।
पूरी के जगन्नाथ विश्व प्रसिद्ध मंदिर में अगर आपको एक आदमी को खाना है , तो यहा पर आपको 100 रुपए का प्रसाद मिलता है। जिसमे की आपको दाल, भात, सब्जी और खीर होती है।जी हां अगर आपको एक हांडी भर के खाना ले जाना है तो उसक लिए आपको 300 रुपए देने होते हैं। यहाँ ऐसा बताया जाता है की 56 प्रकार के प्रसाद बनते हैं।इस 56 प्रकार के प्रसाद में आपको नारियल के लड्डू, मावे के लड्डू,और दही चावल, अलग-अलग तरह के पेठा, और मालपुआ, दाल-भात, इसमें लगे तो कई प्रकार की सब्जियां, खीर, खिचड़ी जैसी चीजें शामिल होती हैं। आपको बता देते है की इस प्रसादको बनाने के लिए कुएं के पानी का उपयोग किया जाता है, और उसे सोने के घड़े से निकाला जाता है।अब आपको यह बता रहे है की यह प्रसाद बनाने में कुल एक साथ 742 चूल्हों पर बनाते हैं।जिसको बनाने के लिए लगभग से 1500 लोग लगते हैं।
यह भी पढ़े;-
iphone 16 Upgrade: 2024 में Apple करने वाला है बड़ा धमाका,लांच होने वाला तगड़ा आईफोन,जानिए अपडेट
Oppo और vivo छुट्टी करने आया Poco का शानदार 5G स्मार्टफोन, कैमरे क्वीलिटी देख लोगो की लगी भीड़
jagannath puri rathyatra 2023 पूरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा में उमड़े लाखो श्रद्धालु सोने के कुल्हाड़ी के प्रहार से बनाया गया रथ जाने डिटेल्स