जबलपुर- उच्च शिक्षा मंत्री का बयान, कांग्रेस पूरी तरह से विफल, कमलनाथ को पद का मोह
स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन योजना कार्यक्रम में शामिल हुए

जबलपुर, यशभारत। मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव आज जबलपुर में है जहां वह स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन योजना के तहत होने वाले कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने बताया कि खुशी की बात है कि मध्य प्रदेश के छात्र शिक्षा के साथ-साथ रोजगार भी तलाश कर रहे हैं। वही नई शिक्षा नीति को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कि नई शिक्षा नीति में हमने देश मे नंबर वन स्थान हासिल किया है। बच्चों को अलग-अलग क्षेत्र में इंटरशिप कराने के लिए हमने एम.ओ.यू भी साइन किए गए हैं। शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा हम किताबों के साथ प्रैक्टिकल नॉलेज भी छात्रों को दे इसका भी हमने प्लान किया है।
आरडीयू को डेढ़ सौ एकड़ का भूखंड देने का प्रयास
उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कि रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में डेढ़ सौ एकड़ का भूखंड दिलाने का प्रयास किया जा रहा है जिसमें की यहां अलग-अलग तरह के कोर्स शुरू हो सके और इस कोर्स के माध्यम से यह पढऩे वाले छात्र अच्छी शिक्षा लेकर देश के अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी सेवा दे सकें। उन्होंने कहा कि जबलपुर का शिक्षा के मामले में अच्छा रिकॉर्ड है और यह रिकॉर्ड हम कायम रखना चाहते हैं।
उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर भी निशाना साधा है उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के जिलों का कमलनाथ लगातार दौरा कर रहे हैं इसके लिए मेरी शुभकामनाएं पर जिस तरह से 2018 में उन्होंने अपनी सरकार बनाई थी वह सरकार पूरी तरह से असफल रही। पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ पर हमला बोलते हुए उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कि उन्हें राजनीति करते और संसदीय कार्य संभालते हुए 40 साल हो चुके हैं, इसके बावजूद भी पद का मोह वह नहीं छोड़ पा रहे हैं।
बहुत दिनों कांग्रेस में खुशी की लहर
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि हाल ही में नए राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष चुने जाने को लेकर मंत्री मोहन यादव ने कहा कि बहुत दिनों बाद यह कांग्रेस में खुशी का दिन आया है क्योंकि कांग्रेस को अब समझ में आई है कि गांधी परिवार से हटकर कोई पार्टी का नेतृत्व करने वाला होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी हमेशा से ही युवाओं की बात करते आ रहे हैं पर कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में जब वोट डाले गए तो अधिकतर 75 साल के ऊपर रहे हैं। ऐसे मे समझा जा सकता है कि राहुल गांधी युवाओं की बात करते हैं पर कांग्रेस में युवाओं की कभी भी कोई भूमिका नहीं रही है।