JABALPUR NEWS- पार्षदों की सूची के आने के पहले भाजपा में शुरू हुई बगावत, सांसद कार्यालय का घेराव कर असंतुष्टों ने जताया विरोध…. देखे… वीडियो

जबलपुर, यशभारत। नगरीय निकाय चुनाव का दंगल जारी है। महापौर प्रत्याशी घोषणा के बाद भाजपा-कांग्रेस पार्षदों की सूची करने में जुटी हुई है। इसी बीच भाजपा में बगावत के सुर उठने लगे। बुधवार को कुछ पार्षद उम्मीदवारों के नाम बाहर आने के बाद कार्यकर्ताओं नेे सांसद कार्यालय का घेराव कर अपनी परेशानी रखी।
सांसद निवास पहुंची असंतुष्टों की भीड़
इस्तीफा देने पहुंचे नेता-कार्यंकर्ताओं को जब पदाधिकारी नहीं मिले, तो वे प्रदेश भाजपा कार्यालय और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यालय में विरोध पत्र भेजने लगे। इसके बाद असंतुष्टों की भीड़ सांसद राकेश सिंह के निवास पहुंची। नाराज कार्यकर्ताओंं का कहना था कि सालों साल पार्टी का काम करने वाले कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज करते हुए पार्टी की गाइड लाइन के विपरीत पार्षद पद की टिकट तय की जा रही हैं। सांसद ने कहा कि भाजपा का कार्यकर्ता अनुशासन में रहकर अपनी बात कहने का अधिकार रखता है। इस विरोध को देखते हुए ये सवाल भी उठ रहा है कि जो नाम पार्टी की चयन समिति ने तय किए, वे बाहर कैसे आ गए। नाम लेकर कहा जा रहा है कि नेताओं ने कहीं अपनी बहू, कहीं पत्नी, कहीं पुत्र तो कहीं भाई को टिकटें दीं हैं। रानीताल कार्यालय के सामने पहुंचे कार्यकर्ता कह रहे थे कि जिन्हें टिकट दी गई हैं, वे न तो योग्य हैं न ही लायक, अत: इन्हें बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
बाहरियों को टिकट क्यों
नगर अध्यक्ष, विधायक, और विधायक चुनाव हार चुके नेताओं को फोन कर कार्यकर्ता कह रहे हैं कि बाहरी चेहरों को टिकट क्यों दी जा रही है। कुछ ऐसे लोगों को भी टिकट दी गई हैं जो न तो पाटीज़् के सदस्य हैं, न ही किसी कायज़्क्रमों में आते-जाते कभी देखे गए। जो लोग विरोध दजज़् करा रहे हैं, उनमें कई पुराने नेता, कई वतज़्मान बूथ अध्यक्ष, कई मंडल पदाधिकारी शामिल हैं।