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JABALPUR NEWS: सेक्सटॉशर्न में सैलून कर्मी हुआ पांच घंटे डिजिटल अरेस्ट

डीआईजी ने साइबर फ्रॉड के शिकार पीडि़त को दिलाई मुक्ति

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जबलपुर। डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर साइबर ठग उगाही कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला शहर में प्रकाश में आया। साइबर ठग ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर एक सैलून संचालक का अपने जाल में फंसाया और सेक्सटॉशर्न  संबंधी आपत्तिजनक वीडियो बनने के साथ  रिपोर्ट आने की बात कहते हुए डराया। जिससे सैलून कर्मी डर गया और साइबर ठगी का शिकार होने लगा।  पीडित 11 से 4 तक लगभग 5 घंटे डिजिटल अरेस्ट में रहा। जब इसकी जानकारी डीआईजी तुषार कांत विद्यार्थी ने साइबर फ्रॉड के शिकार व्यक्ति को न केवल  डिजिटल अरेस्ट से  मुक्ति दिलाई बल्कि  उसे इस साइबर क्राइम से अवगत कराया जिसके साथ ही मामले में कार्यवाही के लिए निर्देश दिए।

 केस की फाइल का तैयार होने का डर दिखाकर उगाही-
सिल्क एण्ड सॉल्ट सैलून में काम करने वाले पवन कुमार कॉपसे के पास एक अज्ञात नम्बर से फोन आया व अपने को पुलिस अधिकारी बताकर कहा कि आपकी आईडी के माध्यम से एक्स वीडियो नामक ऑनलाईन साईट पर वीडियो कॉल हुई है और तुम्हारी सेक्सटॉशर्न  संबंधी आपत्तिजनक वीडियो बना ली गई है जिसकी रिपोर्ट हमारे पास दर्ज है जिसकी फाईल तैयार हो रही है धमकाने  के बाद आवेदक से पैसे कि मांग की जो कि आवेदक द्वारा डर कर थोड़ी-थोड़ी राशि भेजते हुए कुल 14500 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिये जिसके बाद फिर फोन कर धमकी दी गई कि आपकी एक और फाईल तैयार हो चुकी है उसको रुकवाने के लिये 24000 रुपये और देने पडेंगे।

 डीआईजी पीडि़त से बोले डरना नहीं, कॉलर को कहा  खैर नहीं-

आवेदक को घबराया हुआ देखकर एवं बार-बार पैसे ट्रांसफर करता हुआ देखकर सैलून मालिक द्वारा घटना को फ्रॉड समझते हुए डीआईजी तुषारकांत विद्यार्थी को सारी घटना की जानकारी दी जिसके जानकारी मिलने पर डीआईजी  तुषार कांत विद्यार्थी द्वारा दोनों को अपने पास बुलाया गया और आवेदक को समझाया कि यह आपके साथ धोखाधड़ी की जा रही है एवं इससे डरना नही है। साइबर ठगी के शिकार युवक की बात सुनने के बाद   डीआईजी श्री विद्यार्थी द्वारा कॉलर से बात कर उसे बताया गया कि आप पुलिस अधिकारी से बात कर रहे हैं और पुलिस की निशान देही में आ गए हैं आपके विरुद्ध सख्त वैधानिक कार्रवाई की जाएगी अब आपकी खैर नहीं। यह सुनते ही फ्रॉड व्यक्ति द्वारा तुरंत कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया गया।

पुलिस सायबर, वायरलेस सेट की आवाज-

आवेदक के पास लगातार पैसे के लिए कॉल आ रहे थे जिसमे बैकग्राउंड में पुलिस सायरन की आवाज एवं वायरलेस सेट से बात करने की आवाज भी आ रही थी। डीआईजी श्री विद्यार्थी द्वारा तत्काल जबलपुर साइबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक नीरज नेगी एवं उनकी टीम को उक्त धोखाधड़ी के संबंध में अग्रिम कार्यवाही के निर्देश दिये ।

24, 000 रुपए के फ्रॉड होने से बचाया-
सायबर सेल जबलपुर द्वारा ऑनलाईन सायबर क्राईम रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत दर्ज कि गई जिसके माध्यम से आवेदक के 7500 राशि होल्ड करवायी गई, उसके 24, 000 रुपए के फ्रॉड होने से बचा लिया गया। पीडि़त को डिजिटल अरेस्ट से राहत दिलवाने में  डीआईजी जबलपुर   तुषारकांत विद्यार्थी के मार्गदर्शन में साइबर सेल जबलपुर की टीम  के उप निरीक्षक नीरज नेगी एवं साइबर सेल भोपाल के आरक्षक धर्मेंद्र ने अत्यंत लगन एवं  मेहनत से त्वरित कार्यवाही की।

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